क्या होता है गैसलाइटिंग? रिलेशनशिप पर कैसे पड़ता है इसका असर, जानें इसे रोकने के तरीके

By मनाली रस्तोगी | Updated: March 17, 2022 17:50 IST2022-03-17T17:44:44+5:302022-03-17T17:50:31+5:30

जब किसी व्यक्ति के साथ धोखा करते हुए या उस पर हावी होते हुए उसकी वास्तविकता पर सवाल किए जाते हैं तो उसे गैसलाइटिंग कहा जाता है। कई बार रिलेशनशिप में कोई एक पार्टनर दूसरे को कंट्रोल करने के लिए वास्तविकता पर सवाल उठाता है।

What is gaslighting and how to stop it | क्या होता है गैसलाइटिंग? रिलेशनशिप पर कैसे पड़ता है इसका असर, जानें इसे रोकने के तरीके

क्या होता है गैसलाइटिंग? रिलेशनशिप पर कैसे पड़ता है इसका असर, जानें इसे रोकने के तरीके

Highlightsकई बार गैसलाइटिंग का शिकार हुआ व्यक्ति ही अपने आप पर विश्वास करना छोड़ देता है। गैसलाइटिंग के लिए लोगों के अपने-अपने तर्क होते हैं। लेकिन अगर आपको ऐसा लग रहा है कि आप गैसलाइटिंग का शिकार हो गए हैं तो इससे बाहर निकलने के कई तरीके हैं।

काफी लोग गैसलाइटिंग के बारे में नहीं जानते हैं। मगर अक्सर रिलेशनशिप में किसी न किसी एक पार्टनर के साथ ऐसा हो रहा होता है। एक तरीके से गैसलाइटिंग भावनात्मक दुरुपयोग होता है। जब किसी व्यक्ति के साथ धोखा करते हुए या उस पर हावी होते हुए उसकी वास्तविकता पर सवाल किए जाते हैं तो उसे गैसलाइटिंग कहा जाता है। किसी से बातचीत करते हुए उसके फैसलों या किसी अन्य बात पर जब सवाल किया जाता है तो मनोवैज्ञानिक तरीके से गैसलाइटिंग कहा जाता है। 

कई बार रिलेशनशिप में कोई एक पार्टनर दूसरे को कंट्रोल करने के लिए वास्तविकता पर सवाल उठाता है। यही नहीं, इस दौरान आपका पार्टनर आपसे झूठ बोल सकता है या हो सकता है कि वो आपकी बातों पर विश्वास भी ना करे। ऐसे में कई बार गैसलाइटिंग का शिकार हुआ व्यक्ति ही अपने आप पर विश्वास करना छोड़ देता है। हालांकि, गैसलाइटिंग के लिए लोगों के अपने-अपने तर्क होते हैं। लेकिन अगर आपको ऐसा लग रहा है कि आप गैसलाइटिंग का शिकार हो गए हैं तो इससे बाहर निकलने के कई तरीके हैं। मगर उससे पहले ये जानना जरूरी है कि इससे आपके रिलेशनशिप पर क्या असर पड़ता है। 

रिलेशनशिप पर कैसे पड़ता है इसका असर

जब रिलेशनशिप में रह रहे एक पार्टनर द्वारा दूसरे को गैसलाइट किया जाता है तो इससे रिश्ते पर बुरा प्रभाव पड़ता है। धीरे-धीरे दोनों साथ में समय बिताना कम कर देते हैं और गैसलाइट होने वाले पार्टनर को हमेशा यही लगने लगता है कि गलती उसकी ही है। ऐसे में दोनों में दूरियां बढ़ सकती हैं। यही नहीं, गैसलाइट होने वाले पार्टनर में आत्मविश्वास की कमी होनी लगती है। यही नहीं, जब एक पार्टनर दूसरे को गैसलाइट करता है तो इस दौरान दोनों के बीच लड़ाई भी हो सकती है, जोकि रिश्ते में सिर्फ दूरी बढ़ाने का काम करती है। 

गैसलाइटिंग का सिर्फ रिलेशनशिप पर ही नहीं बल्कि इससे पीड़ित व्यक्ति पर भी काफी बुरा असर पड़ता है। इससे पीड़ित व्यक्ति का आत्मविश्वास और आत्मसम्मान धीरे-धीरे छिन जाता है। ऐसे में उस इंसान हो बार-बार यही महसूस होता है कि वो बस दुर्व्यवहार के लायक ही है। इसके अलावा गैसलाइटिंग से व्यक्ति के सामाजिक जीवन पर काफी असर पड़ता है। ऐसे में इंसान किसी के साथ जल्दी घुलना-मिलना भी बंद कर देता है। गैसलाइटिंग के कारण मानसिक तनाव भी बढ़ सकता है।

क्या है इसे रोकने के तरीके?

रिलेशनशिप में दोनों पार्टनर का बराबर का दर्जा होता है। ऐसे में कोई छोटा या बड़ा नहीं होता। लेकिन अगर आपको ऐसा लग रहा है कि आपका पार्टनर आपको गैसलाइट कर रहा है तो इस विषय में आप सबसे पहले उससे खुलकर बात करें। बात करने से कई परेशानियों का समाधान हो जाता है। इसके साथ ही आप अपने पार्टनर को ये साफतौर पर बता दें कि आप किसी तरह का कोई बुरा बर्ताव सहन नहीं करेंगे। 

Web Title: What is gaslighting and how to stop it

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