लिव-इन रिलेशनशिप में रहने से पहले जान लें इसके फायदे और नुकसान, कहीं पड़ ना जाए भारी
By जोयिता भट्टाचार्या | Published: September 5, 2019 06:24 PM2019-09-05T18:24:26+5:302019-09-05T18:24:26+5:30
हाल ही में राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग ने राज्य सरकार को 'लिव-इन-रिलेशनशिप' की बढ़ती हुई प्रवृत्ति को रोकने के लिये और समाज में महिलाओं के सम्मानपूर्वक जीवन के अधिकार को सुरक्षित करने के लिये कानून बनाने की अनुशंसा की है। अगर आप भी पार्टनर के साथ लिव-इन-रिलेशनशिप (Live in relationship) में रहने की सोच रहे हैं तो जान लें इसके फायदें और नुकसान के बारे में।
मौजूदा समय के युवा अपनी शादी-शुदा जिंदगी के लिए बेहद सीरियस होते हैं। वो अपने शादी करने से पहले अपने पाटर्नर की हर छोटी-बड़ी चीजों से वाकिफ होना चाहते हैं ताकि शादी के बाद दोनों के तालमेल में दिक्कत न आएं। इसीलिए ज्यादातर कपल शादी जैसे रिश्तें में बंधने से पहले लिव-इन रिलेशनशिप (Live in relationship) में रहने का फैसला करते हैं।
पहले के समय में लोग ऐसी बातों को जिक्र करने में हिचकिचाते थे। लेकिन अब लोग ऐसे संबंधों पर लोग खुलकर बात करना पसंद करते हैं। लेकिन इसके कई नुकसान भी हैं।
अभी हाल ही में राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग ने राज्य सरकार को 'लिव-इन-रिलेशनशिप' की बढ़ती हुई प्रवृत्ति को रोकने के लिये और समाज में महिलाओं के सम्मानपूर्वक जीवन के अधिकार को सुरक्षित करने के लिये कानून बनाने की अनुशंसा की है। खंडपीठ ने अपनी अनुशंसाओं में कहा कि ''किसी महिला का 'रखैल' जीवन किसी भी दृष्टि से महिला का सम्मानपूर्वक जीवन नहीं कहा जा सकता है। 'रखैल' अपने आप में ही अत्यंत गंभीर चरित्र हनन करने वाला और घृणित संबोधन है।"
ऐसे में अगर आप और आपका पार्टनर लिव-इन में रहने की सोच रहे हैं तो जान लें इसके फायदें और नुकसान के बारे में।
लिव-इन में रहने के फायदें
1- शादी से पहले लिव-इन में रहने से रिश्ते में एक-दूसरे को समझने में आसानी होती है। ऐसे में आप अपने पार्टनर को आसानी से समझ सकते हैं।
2- शादी से पहले एक-दूसरे को समझने के बाद आप बिना झिझक अपनी दिल की बातें शेयर कर सकते हैं।
3- दोनों लोगों को एक-दूसरे को जानने का करीब से मौका मिलता है। इससे शादी की जिम्मेदारियों को समझने में मदद मिलती है।
4- अगर आपको लगता है कि आप एक-दूसरे के साथ जिंदगी भर नहीं रह सकते हैं तो आपके पास अलग होने का मौका होता है। ऐसे में शादी के बाद डॉयवोर्स जैसी सिचुएशन नहीं आती।
5- इसमें दोनों पार्टनर खुलकर अपनी जिंदगी जी सकते हैं। उन्हें किसी तरह का बोझ नहीं होता।
लिव-इन में रहने के नुकसान
1- लिव-इन में कोई बाध्य नहीं होता एक-दूसरे के साथ रहने के लिए। ऐसे में दोनों पार्टनर में से किसी भी एक का अगर मन उब गया तो वो रिश्ते को तोड़ सकता है। अगर आप इस रिश्ते के टूटने का सदमा बर्दाशत नहीं कर सकते तो लिव इन में भूलकर भी ना रहें।
2- इस रिश्ते में इस बात की आजादी होती है कि सामने वाला व्यक्ति कभी भी आपको छोड़कर जा सकता है।
3- अगर लिव-इन में रहते हुए दोनों पार्टनर के बीच फिजिकल रिश्ता बन गया है तो यह परेशानी की सबसे बड़ी वजह बन जाती है। खासतौर पर लड़कियों के लिए।
4- लिव-इन-रिलेशनशिप के फेल होने के बाद खासतौर पर लड़कियों पर इसका बुरा असर पड़ता है। वो किसी दूसरे रिलेशन में जाने में डरती है या हिचकिचाती है।
5- कई बार ऐसा होता है कि आप अपने पार्टनर के लिए सिर्फ मन बहलाने वाली वस्तु बनकर रह जाते हैं, जिसके बाद सामने वाले का मन भर जाएं तो वो आपको कभी भी छोड़ सकता है।