शादी के बाद वर्किंग वुमन को झेलनी पड़ती हैं ये परेशानियां
By गुलनीत कौर | Published: January 5, 2018 05:54 PM2018-01-05T17:54:13+5:302018-01-05T17:56:38+5:30
शादी के बाद आपकी अपनी सैलरी अपनी नहीं रहती, इसपर सबका हक बन जाता है।
शादी के बाद हर लड़की की लाइफ पूरी तरह बदल जाती है। घर-मोहल्ला बदलता है, सास-ससुर के नाम पर नए माता-पिता मिलते हैं, पति के रूप में एक पार्टनर लाइफ का बड़ा हिस्सा बन जाता है। धीरे-धीरे आगे चलकर और भी कई बदलाव आते हैं। लेकिन जब बात वर्किंग वुमन की हो तो बदलावों की लिस्ट थोड़ी और लम्बी हो जाती है।
एक वर्किंग वुमन शादी के बाद सबसे अधिक इस बात से परेशान होती है कि वो कैसे घर और ऑफिस की लाइफ को बैलेंस करे। ऑफिस के साथ-साथ घर के कामों को भी समय से करना उसकी जिम्मेदारी होती है और साथ ही घर वालों की हर जरूरत का ध्यान भी रखना होता है। नहीं तो उसे 'लापरवाह' होने का दर्जा मिल जाता है।
वर्किंग वुमन की बात करें तो वो ऑफिस में सीनियर पोजीशन पर हो, नई-नई जॉब शुरू की हो या फिर अभी पढ़ाई कर रही हो और शादी के बाद जॉब करने का प्लान बनाया हो... सभी को शादी के बाद अमूमन एक जैसी परेशानियां देखने को मिलती हैं। अब ये परेशानियां क्या हैं, कैसी हैं और किस हद तक तकलीफ देती हैं इसपर हमने 3 महिलाओं से बात की। ये सभी महिलाएं अलग-अलग इंडस्ट्री से वास्ता रखती हैं, आइए जानें ये क्या कहती हैं:
अकेले काम करो
टॉप आईटी कंपनी में काम कर रही सोनाली कहती हैं, "शादी से पहले ही मैनें सोच लिया था कि मैं शादी के बाद जॉब जरूर करूंगी, लेकिन मेरा फैसला इतना मुश्किल होगा ये नहीं सोचा था। मेरी लाइफ की सबसे बड़ी प्रॉब्लम ये है कि कुछ भी हो जाए काम मुझे ही करना है। अगर मेड (नौकरानी) नहीं आई है तो कोई घर के काम में मेरी मदद नहीं करता। घर की साफ-सफाई से लेकर खाना पकाना और अन्य सभी जरूरी काम मुझे ही करने हैं। मैं अपनी कंपनी में सीनियर पोजीशन पर हूं तो जाहिर है कि यहां भी मेरी कई जिम्मेदारियां हैं, लेकिन इसके बावजूद मैं अकेली घर और ऑफिस हैंडल करती हूं और मैं ही जानती हूं कैसे।"
सैलरी शेयर करो
एमएनसी में बतौर एडमिन काम कर रहीं मेघना का कहना है कि, "शादी से पहले मेरी सैलरी सिर्फ मेरी थी, इसे मैं किसी से शेयर नहीं करती थी। अगर मेरे पति को आर्थिक स्तर पर मेरी कोई मदद चाहिए तो मैं खुशी से करने को तैयार हूं लेकिन बात जब ऐसे में मेरी अपनी जरूरतों को काट देने की आती है तो मुझे बहुत तकलीफ होती है।"
खुद के माता-पिता से दूरी
पेशे से टीचर, 29 वर्षीय स्मृति कहती हैं, "टीचर होने के कारण मेरे पास घर और काम दोनों को संभालने का काफी समय होता है, इसमें मुझे कोई खास परेशानी नहीं होती है। दिक्कत केवल एक बात की है कि मेरे ससुराल वाले चाहते हैं कि मेरी लाइफ में केवल उनकी ही जगह हो और मैं अपने खुद के माता-पिता से कम मिला करूं। मुझे सास-ससुर का ख्याल रखने में कोई प्रॉब्लम नहीं, लेकिन मेरे खुद के माता-पिता को इगनोर करना ये सरासर गलत बात है।"