शादी से पहले हर मां-बाप बेटी से छिपाते हैं ये 5 बातें, आपको भी नहीं बताई होंगी
By गुलनीत कौर | Published: May 29, 2018 11:41 AM2018-05-29T11:41:34+5:302018-05-29T11:41:34+5:30
अपने फैसले खुद लेने हैं और कुछ भी करके अपने फैसलों पर डटे रहना है, यह लड़की के माता-पिता नहीं बताते हैं।
मां-बाप बेटी के जन्म से ही उसकी शादी की सपने बुनने शुरू कर देते हैं। उसे ऐसी परवरिश देते हैं ताकि वो शादी के बाद अपने नए घर में अपनी जगह बना सके और अपने ससुराल वालों को खुश रख सके। अच्छी संस्कारों के साथ शिक्षा, तौर-तरीके, सही-गलत के बीच का फर्क भी समझाते हैं। शादी के बाद ससुराल वालों और अपने जीवनसाथी के साथ रिश्ते को कैसे निभाना है, हर बात बताते हैं। लेकिन शादी होने तक अपनी बेटी से कुछ बातें छिपाते हैं। चलिए हम आपको शादी से जुड़ी ऐसी 5 बातों के बारे में बताते हैं जो मां-बाप बेटी को शादी के वक्त कभी नहीं बताते हैं।
1. कुछ भी आसान नहीं होगा
माता-पिता बेटी को इतना तो बता देते हैं कि ससुराल उसके लिए नई जगह है, वहां उसे बहुत ध्यान से फैसले लेने होंगे, सलीके से बात करनी होगी लेकिन इस सबके बावजूद भी परिस्थितियां उसके हक में नहीं होंगी, ये नहीं बताते हैं। शादी के कुछ सालों तक उसे अपने ससुराल वालों और जीवनसाथी दोनों के सतह तालमेल बिठाने में कई दिक्कतें आएंगी।
2. आत्मसम्मान को पहुंचेगी ठेस
शादी को सफल बनाने के लिए दोनों पार्टनर्स कई कोशिशें करते हैं। परिस्थिति के अनुसार एक दूसरे को समझने की कोशिश करते हैं। कई मुद्दों पर जब उनकी सोच मेल नहीं खाती तो समझौते भी करते हैं। अधिकतर जगहों पर रिश्ता बचाने के लिए लड़की को झुककर सुसराल वालों की बात माननी पड़ती है। जिसके चलते उसके आत्मसम्मान को काफी ठेस पहुंचती है। ये बात उसे शादी से पहले माता-पिता नहीं बताते हैं।
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3. पर्सनल और प्रोफेशन लाइफ में बनाना होगा बैलेंस
शादी से पहले वर्किंग वुमन अपनी प्रोफेशन लाइफ को अधिक अहमियत देती हैं। उनका रूटीन ही इस तरह से बना होता है कि वे अपने माता-पिता को भी अधिक समय नहीं दी पाती हैं। लेकिन शादी के बाद भी अगर इस तरह की रूटीन फॉलो की जाए तो मुसीबतें बढ़ जाती हैं। धीरे-धीरे लड़के को समझ आता है कि उसे प्रोफेशनल के साथ अपनी पर्सनल लाइफ पर भी पूरा ध्यान देना होगा। और यहां भी कई बार उसे अपनी प्रोफेशन लाइफ के साथ समझौता करना पड़ता है।
4. जिंदगी के अहम फैसले
शादी के कई सालों तक छोटी-छोटी बातों पर समझौते करने के बाद कई लड़कियां अपना आत्मविश्वास खो देती हैं। खुद फैसले लेने की उनमें सक्षमता नहीं बचती है। लेकिन इतने प्रयास करने के बावजूद भी कई बर शादी चल नहीं पाती है। और जब बात तलाक का फैसला लेने की होती है, तो यहां भी लड़कियां घबरा जाती हैं। उन्हें अपने फैसले खुद लेने हैं और कुछ भी करके अपने फैसलों पर डटे रहना है, यह लड़की के माता-पिता नहीं बताते हैं।
5. खुद का स्पेस भी है जरूरी
लाइफ में हर किसी को अपने खुद के स्पेस की जरूरत होती है, पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को बैलेंस करने की भाग दौड़ के बीच हर किसी को अपने लिए भी समय चाहिए होता है। लड़कियों को अपनी पूरी जिंदगी सिर्फ ससुराल वालों और पति के साथ ही गुजारनी होती है, ऐसा जरूरी नहीं होता है। कुछ समय दोस्तों और अपने खुद के लिए भी होना चाहिए।