भाजपा में टिकट बंटवारे को लेकर मचा घमासान, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने "डैमेज कंट्रोल" के लिए बनाई टीम
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: October 11, 2023 08:29 AM2023-10-11T08:29:48+5:302023-10-11T08:32:42+5:30
राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी दल भाजपा में टिकट बंटवारे को लेकर भयंकर असंतोष पैदा हो गया है। पार्टी में आंतरिक कलह और गुटबाजी की खबरों के बीच केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल सक्रिय हो गये हैं।
जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी दल भाजपा में टिकट बंटवारे को लेकर भयंकर असंतोष पैदा हो गया है। पार्टी में आंतरिक कलह और गुटबाजी की खबरों के बीच केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल सक्रिय हो गये हैं। भाजपा ने टिकट बंटवारे को लेकर उठे सियासी तुफान को शांत करने के लिए एक टीम बनाई है।
इस संबंध में बीते मंगलवार को मीडिया को संबोधित करते हुए अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, "पार्टी ने टिकट बंटवारे के बाद नेताओं और कार्यकर्ताओं में फैली नाराजगी को दूर करने के लिए एक टीम बनाई गई है। इस टीम का नेतृत्व राज्य मंत्री कैलाश चौधरी कर रहे हैं। मैंने भी 8-10 लोगों से बात की है। हम हर दिन सभी पहलूओं की समीक्षा कर रहे हैं।"
केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने आगे कहा, "जो भी नाराजगी होगी, उसके लिए जो भी डैमेज कंट्रोल करना होगा हम करेंगे। ये सभी बीजेपी के कार्यकर्ता हैं। जब वे टिकट मांग रहे थे तो एक-दूसरे के खिलाफ प्रतिस्पर्धा कर रहे थे। अब जब टिकट आवंटित हो गए हैं, तो हर कोई इस बात को सुनिश्चित करेगा कि जिन भी प्रत्याशियों को पार्टी ने जहां से उतारा है, सब मिलकर उन्हें अगली विधानसभा में पहुंचाएं।"
इसके साथ ही मेघवाल ने पार्टी द्वारा मध्य प्रदेश चुनाव की तर्ज पर सांसदों को मैदान में उतारे जाने पर कहा, "हर पार्टी की अपनी रणनीति होती है। हम अपनी रणनीति के अनुसार काम कर रहे हैं। आपने मध्य प्रदेश में भी ऐसा देखा। मुझे लगता है कि यह एक अच्छा कदम है।"
उन्होंने आगे कहा कि अगले महीने होने वाले पांच राज्यों के चुनावों में जीत दर्ज करने के लिए भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ रही है। इसलिए पार्टी ने मध्य प्रदेश और राजस्थान में केंद्रीय मंत्रियों सहित सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा है।
मालूम हो कि चुनाव आयोग ने बीते सोमवार को मिजोरम, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा की। चुनाव आयोग की घोषणा के मुताबिक मिजोरम में 7 नवंबर, छत्तीसगढ़ में 7 नवंबर और 17 नवंबर, मध्य प्रदेश में 17 नवंबर, राजस्थान में 23 नवंबर और तेलंगाना में 30 नवंबर को मतदान होंगे और सभी राज्यों में वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।
पांच राज्यों में से केवल छत्तीसगढ़ ही ऐसा एक राज्य है, जहां सुरक्षा को देखते हुए दो चरणों में मतदान होगा। सभी राज्यों में चुनाव तारीखों की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।
आगामी महीने में होने वाले पांच राज्यों के चुनाव बेहद महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये अगले साल अप्रैल-मई में लोकसभा के भी चुनाव होने की उम्मीद की जा रही है। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान की लड़ाई में कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने हैं, वहीं अगर तेलंगाना की बात करें तो वहां पर सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति, कांग्रेस और भाजपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है।