"प्रधानमंत्री मोदी ने 9 सांसदों को चुनावी टिकट देकर हार स्वीकार कर ली है...", अशोक गहलोत का भाजपा पर हमला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: October 11, 2023 09:27 AM2023-10-11T09:27:07+5:302023-10-11T09:34:53+5:30
राजस्थान के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुरू में आयोजित एक जनसभा में कहा कि भाजपा में हुए टिकट वितरण से साफ पता चल रहा है कि उन्होंने राज्य में चुनाव होने से पहले ही अपनी हार स्वीकार कर ली है।
चुरू:राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के भीतर टिकट बंटवारे को लेकर भारी असंतोष व्याप्त है, वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी भाजपा के टिकट बंटवारे को लेकर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा निशाना साधा है।
सूबे में कांग्रेस सरकार की अगुवाई कर रहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीते मंगवार को चुरू में आयोजित एक जनसभा में कहा कि भाजपा में हुए टिकट वितरण से साफ पता चल रहा है कि उन्होंने राज्य में चुनाव होने से पहले ही अपनी हार स्वीकार कर ली है।
सीएम गहलोत ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा, "...पीएम मोदी बार-बार राज्यों का दौरा कर रहे हैं। क्या चुनाव के बाद भी वो यहां आएंगे और कॉलेज खोलेंगे? क्या वो यहां आएंगे और सड़कें बनाएंगे? पीएम मोदी क्या करेंगे? बीजेपी क्या कर सकती है, जबकि उनका यहां पर कोई चेहरा ही तय नहीं है।"
मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे कहा, "उन्होंने 9 सांसदों को टिकट दिया है, मैं इसे उनकी सबसे बड़ी विफलता मानता हूं। सांसदों को टिकट देने का सीधा मतलब है कि उन्होंने राजस्थान में अपनी हार स्वीकार कर ली है।''
मालूम हो कि बीते गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोधपुर में लगभग 5,000 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं को समर्पित किया। इसके अलावा उन्होंने राजस्थान में दो नई ट्रेन सेवाओं को भी हरी झंडी दिखाई थी।
इस बीच बीजेपी ने चुनाव आयोग द्वारा तारीखों की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद सोमवार को राजस्थान चुनाव के लिए भाजपा द्वारा 41 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की, जिसमें सात सांसदों के भी नाम शामिल हैं।
भाजपा ने जिन सात सांसदों को चुनावी समर में उतारा है, उनमें दीया कुमारी, भागीरथ चौधरी, किरोड़ी लाल मीणा, देवजी पटेल, नरेंद्र कुमार, राज्यवर्धन राठौड़ और बाबा बालकनाथ का नाम शामिल है।
खबरों के मुताबिक बीते 1 अक्टूबर को बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा की अध्यक्षता में हुई पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक में पहली सूची में जारी प्रत्याशियों के नामों को अंतिम रूप दिया गया था। उस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हुए थे।
राजस्थान के अलावा छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम में 7-30 नवंबर के बीच अलग-अलग दिनों में मतदान होगा और 3 दिसंबर को पांचों राज्यों के लिए वोटों की गिनती की जाएगी।
राजस्थान की सभी 200 विधानसभा सीटों के लिए 23 नवंबर को मतदान होगा। पांचों राज्यों के लिए वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।