मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा में गहमागहमी बरकरार, वसुंधरा राजे पहुंची दिल्ली, बोलीं- "बहू से मिलने आई हूं"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 7, 2023 09:07 AM2023-12-07T09:07:17+5:302023-12-07T09:10:42+5:30
राजस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा 20 नवनिर्वाचित विधायकों को खाने पर बुलाने के बाद सियासत की आब-ओ-हवा बेहद गर्म नजर आ रही है।
नई दिल्ली: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में तीन राज्यों में विजय पताका फहराने वाली भाजपा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में मुख्यमंत्री पद को लेकर भारी मंथन में जुटी हुई है। यही कारण है कि तेलंगाना को छोड़कर सभी राज्यों में हार का स्वाद चखने वाली कांग्रेस ने रेवंत रेड्डी के नाम पर मुहर लगाकर उन्हें मुख्यमंत्री पद पर मनोनीत कर दिया लेकिन भाजपा में अब भी पेंच फंसा हुआ है।
सबसे दिलचस्प मामला राजस्थान का नजर आ रहा है, जहां पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा 20 नवनिर्वाचित विधायकों को खाने पर बुलाने के बाद सियासत की आब-ओ-हवा बेहद गर्म नजर आ रही है। खबरों के मुताबिक भाजपा शीर्ष नेतृत्व गुरुवार को दिल्ली में एक अहम बैठक करने वाला है, जिसमें तीनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों का नाम तय होना है।
इस पूरे मामले में कांटा इस कारण फंसा है क्योंकि पार्टी हाईकमान तीनों राज्यों में पुराने नेतृत्व को विदा करके नये हाथों में सूबे की कमान सौंपना चाहता है, वहीं पार्टी के पुराने छत्रप भी अपना दमखम दिखाने से चूक नहीं रहे हैं।
अब पार्टीके सामने उलझन है कि वो दिग्गजों की फेहरिश्त को अनदेखा करके मुख्यमंत्री के नए चेहरे को कैसे चुन पाती है। इसी गहमागहमी में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा जीत के बाद सीएम पद की प्रबल दावेदारों में से एक वसुंधरा राजे बुधवार रात दिल्ली पहुंच गईं। हालांकि उन्होंने पार्टी शीर्ष नेताओं के साथ बैठक या मुख्यमंत्री पद के सवाल को टालते हुए एयरपोर्ट के बाहर पत्रकारों से कहा, "मैं अपनी बहू से मिलने दिल्ली आई हूं।"
वहीं बुधवार को ही विधानसभा चुनाव लड़ने वाले बीजेपी सांसदों ने संसद से इस्तीफा दे दिया और पीएम मोदी से मुलाकात की। इनमें मध्य प्रदेश से नरेंद्र तोमर, प्रह्लाद पटेल, रीति पाठा, राकेश सिंह और उदय प्रताप सिंह और राजस्थान से राज्यवर्धन राठौड़, किरोड़ी लाल मीना और दीया कुमारी और महंत बालकनाथ भी शामिल थे।
मालूम हो कि वसुन्धरा राजे दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं और उनके नाम राजस्थान की पहली और एकमात्र महिला मुख्यमंत्री होने का रिकॉर्ड है। अपने समर्थकों के बीच रानी के नाम से मशहूर राजे की ख्वाहिश तीसरे कार्यकाल पर है।
इस विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कुल 199 सीटों में से 115 सीटों जीतकर शानदार बहुमत हासिल किया है, वहीं कांग्रेस को महज 69 सीटें मिली हैं।