'हम PM मोदी से पूछना चाहते हैं, आप संविधान चुनेंगे या मनुस्मृति', जिग्नेश मेवानी के भाषण की 8 खास बातें
By कोमल बड़ोदेकर | Updated: January 9, 2018 20:52 IST2018-01-09T19:14:19+5:302018-01-09T20:52:24+5:30
अपने भाषण में जिग्नेश ने कहा, जिस तरह भ्रष्टाचार, गरीबी, बेरोजगारी जैसे जरूरी मुद्दों को घर वापसी, लव जिहाद और गाय से छिपा दिया गया है, हम उसके खिलाफ खड़े हैं।

'हम PM मोदी से पूछना चाहते हैं, आप संविधान चुनेंगे या मनुस्मृति', जिग्नेश मेवानी के भाषण की 8 खास बातें
दिल्ली पुलिस की इजाजत न होने के बावजूद पार्लियामेंट स्ट्रीट पर तय समय पर रैली को संबोधित कर जिग्नेश मेवानी ने हुंकार भरी। देश भर में दलितों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ और भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रशेखर की रिहाई के लिए आयोजित की गई इस रैली में जिग्नेश के अलावा कन्हैया कुमार, शेहला राशिद सहित कई युवा नेताओं ने सरकार की नीतियों के खिलाफ एक स्वर में बिगुल बजाया।
रैली के दौरान भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए थे। जबकि भारी संख्या में लोगों का हुजूम इस रैली को अपना समर्थन देने पहुंचा। 9 जनवरी को हुई इस रैली में जिग्नेश मेवानी ने अपने भाषण में ये दस बातें उठाईं।
1ः- देश की जनता भी यह देख रही है कि अगर एक चुने हुए विधायक को चंद्रशेखर की आजादी और युवाओं के रोजगार की बात उठाने की इजाजत नहीं है तो किसे है। आपको (सरकार) जवाब देना होगा कि चंद्रशेखर रावण रासुका में क्यों बंद है।
2:- जब वे (प्रधानमंत्री) अहमदाबाद आते हैं तो हमें नजरबंद कर दिया जाता है। दिल्ली में भी हमारे साथ यही करने की कोशिश की जा रही है।
3:- हमने (जिग्नेश, हार्दिक और अल्पेश) गुजरात चुनाव में उनके 150 सीटों के घमंड को तोड़ा है इसलिए हमें टारगेट किया जा रहा है।
4:- सरकार कब तक चुप्पी साधे रखेगी उन्हें ऊना सहारनपुर के बारे में जवाब देना ही होगा।
5:- मध्य प्रदेश में किसानों पर गोली क्यों चलाई गई? रोहित वेमूला की हत्या क्यों हुई? हम ये सवाल गुजरात विधानसभा और सड़कों पर पूछेंगे।
6:- भीमा-कोरेगांव में जो हिंसा हुई उसमें किसी जिग्नेश मेवानी को नहीं आपको (सरकार) जवाब देना होगा।
7:- 4 सालों में लव जिहाद, घर वापसी, गौ-माता पर राजनीति की गई है। एक नकली दुश्मन खड़ा करने की कोशिश की जा रही है।
8:- जिस तरह भ्रष्टाचार, गरीबी, बेरोजगारी जैसे जरूरी मुद्दों को घर वापसी, लव जेहाद और गाय से छिपा दिया गया है, हम उसके खिलाफ खड़े हैं।