कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी लगातार भाजपा सरकार पर हमला बोल रही है। इस बार प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर आरएसएस पर हमला बोला है। बीएचयू से मिर्जापुर स्थित मैदान से संघ का झंडा हटाने पर बवाल मच गया है। कांग्रेस के नेताओं ने इसे हिटलरशाही कहा है।
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि मालवीयजी के अंगने में शाखा का क्या काम है? सारे कानून तोड़ना RSS का काम है। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी भाजपा और संघ पर हमला किया है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर लिखा कि आदित्यनाथ सरकार का नया हिटलरनामा! बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी के मिर्ज़ापुर कैम्पस की महिला प्रोफेसर पर FIR करवा दी क्योंकि उन्होंने स्टेडीयम के ट्रैक के बीचों बीच संघ का झंडा और शाखा लगाने से इंकार कर दिया। और अब नौकरी से इस्तीफ़ा भी। अब लोकशाही नही हिटलरशाही चलेगी।
संघ का झंडा हटाने पर डिप्टी चीफ प्रॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज, दिया इस्तीफा
मिर्जापुर जिले के बरकछा स्थित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के राजीव गांधी दक्षिण परिसर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का झण्डा हटाए जाने के विवाद में देहात कोतवाली में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में डिप्टी चीफ प्रॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसमें अभी तक कोई गिफ्तारी नहीं हुई है।
देहात कोतवाली निरीक्षक अभय सिंह ने बताया कि पुलिस को दी गयी तहरीर के अनुसार राजीव गांधी दक्षिण परिसर के मैदान में मंगलवार 12 नवंबर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्य शाखा लगाकर योगाभ्यास कर रहे थे। उन्होंने दर्ज मामले के आधार पर बताया कि इस बीच डिप्टी चीफ प्रॉक्टर किरण दामले वहाँ पहुंच गईं और आरएसएस का झंडा उखाड़ दिया तथा उसे लेकर चली गईं। झंडा लगाने का विरोध करते हुए डिप्टी चीफ प्रॉक्टर ने कहा कि "ध्वज नहीं लगेगा, आप योग कर सकते हैं।"
संघ के सदस्यों ने झंडा उखाड़ने का विरोध किया और इसे झंडे का अपमान बताया तथा प्रशासनिक भवन के सामने धरने पर बैठ गए। उनकी मांग थी कि डिप्टी चीफ प्रॉक्टर इस्तीफा दें और उन लोगों को अगले दिन से ध्वज लगाकर योगाभ्यास करने दिया जाए। छात्रों ने डिप्टी चीफ प्रॉक्टर पर झंडे का अपमान करने के साथ ही अपने साथ दुर्व्यवहार करने का भी आरोप लगाया। घटना की जानकारी होने पर आरएसएस के सह प्रांत कार्यवाह सोहन मौके पर पहुंचे और कार्रवाई की मांग करने लगे। थोड़ी देर में ही नगर विधायक रत्नाकर मिश्र भी मौके पर पहुंच गए और दोनों ने कार्रवाई की मांग की।
मामला बढ़ते देख डिप्टी चीफ प्रॉक्टर ने इस्तीफा दे दिया और झंडा हटाने पर माफी मांगी। इसके बाद संगठन के जिला कार्यवाहक चंद्रमोहन की तहरीर पर देहात कोतवाली पुलिस ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया।
देहात कोतवाली निरीक्षक ने कहा कि धाराएं धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने से जुड़ी हैं । मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है और जांच की जा रही है वहीं, दूसरी ओर डिप्टी चीफ प्रॉक्टर किरण दामले ने कहा, "उन्होंने वर्तमान माहौल को देखकर छात्रों से ध्वज हटाने को कहा था जिसे उन्होंने नहीं हटाया। इसलिए उन्हें ध्वज हटाना पड़ा।
ध्वज निकालकर उन्होंने उसे अपने सहायक अटेंडेंट सतीश को दे दिया ।" उन्होंने कहा, "न तो झंडे का अपमान किया गया है और न ही छात्रों को योग करने से रोका गया है।" दामले ने कहा, "उन्होंने अपना इस्तीफा प्रॉक्टर ओपी सिंह को भेज दिया है।"