रथयात्राओं के जरिए पश्चिम बंगाल की सियासी जंग जीतने की तैयारी में भाजपा
By नितिन अग्रवाल | Updated: January 18, 2021 13:25 IST2021-01-18T13:22:21+5:302021-01-18T13:25:11+5:30
West Bengal Assembly Elections 2021: मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा, चुनाव आयुक्त सुशील चंद्र और राजीव कुमार के साथ चुनावी राज्य असम और पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे तथा वहां आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेंगे.

पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ ही कई केंद्रीय मंत्रियों के भी शामिल होने की संभावना है. (file photo)
West Bengal Assembly Elections 2021: पश्चिम बंगाल के चुनावी महाभारत में अपनी जीत पक्की करने के लिए भाजपा हर तरह की रणनीति बनाई है. राज्य में पकड़ मजबूत करने, लोगों का भरोसा जीतने के लिए पार्टी ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं तक पहुंचने के लिए रथयात्राएं निकालेगी.
पार्टी की योजना इन रथयात्राओं के जरिए प्रदेश के लोगों को बड़े बदलाव का संदेश देने की है. सूत्रों के अनुसार प्रदेश के पांच मंडलों से शुरू होने वाली ये पांच रथयात्राएं सभी 294 विधानसभा सीटों से गुजरेंगी. जहां राज्य स्तर और केंद्रीय नेताओं के साथ साथ स्थानीय नेता इनका नेतृत्व करेंगे.
फरवरी के प्रथम सप्ताह से शुरू होने वाली ये यात्राएं लगभग पूरे महीने भर चलेंगी और कोलकाता में एक साथ समाप्त होंगी. दिल्ली में राज्य के नेताओं के साथ हुई चर्चा के बाद केंद्रीय नेतृत्व ने इन यात्राओं को मंजूरी दे दी है. जिसके बाद यात्राओं का विस्तृत कार्यक्रम, शामिल होने वाले नेताओं के नाम और रूट तय तय करने का काम शुरू कर दिया गया है.
पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ ही कई केंद्रीय मंत्रियों के भी शामिल होने की संभावना है. गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जे. पी. नड्डा के नेतृत्व में हुई एक बैठक में बंगाल चुनाव में पार्टी की सियासी रणनीति को लेकर मंथन हुआ.
तय किया गया है कि नड्डा और अमित शाह हर दो सप्ताह में राज्य में कम से कम एक रैली को संबोधित करेंगे. इनके अतिरिक्त चुनाव प्रचार के दौरान पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी कई रैलियों का कार्यक्रम बनाएंगी.