पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021ः असदुद्दीन ओवैसी के बाद मौलाना अब्बास सिद्दीकी भी मैदान में, सभी 294 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव
By सतीश कुमार सिंह | Updated: January 22, 2021 13:56 IST2021-01-22T13:55:05+5:302021-01-22T13:56:55+5:30
West Bengal Assembly Elections 2021ः पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने वाला है। कई दल मैदान में उतरे के लिए जोड़ लगा रहे हैं। हालांकि लोगों का मानना है कि मुख्य मुकाबला भाजपा और टीएमसी के बीच में है।

पीरजादा सिद्दीकी ने कहा कि नव गठित संगठन राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में सभी 294 सीटों पर चुनाव लड़ सकता है। (file photo)
कोलकाताः पश्चिम बंगाल में अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने को है। एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी के बाद फुरफुरा शरीफ दरगाह के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने कहा कि वह 294 सीटों पर प्रत्याशी उतारेंगे।
बंगाल में कुछ महीने में ही चुनाव होने वाला है। मुख्य मुकाबला भाजपा और टीएमसी के बीच है। हालांकि कई छोटे दल भी मैदान में हैं। वाम-कांग्रेस में गठबंधन हुआ है। एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वह भी चुनाव लड़ेंगे। पीरजादा अब्बास सिद्दीकी के आ जाने से मुकाबला रोचक हो गया है।
विधानसभा चुनाव में सभी 294 सीटों पर चुनाव लड़ सकता है
पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में फुरफुरा शरीफ दरगाह के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने आगामी विधानसभा चुनावों से पहले एक नया राजनीतिक संगठन ‘इंडियन सेकुलर फ्रंट’ (आईएसएफ) बनाने की घोषणा की। पीरजादा सिद्दीकी ने कहा कि नव गठित संगठन राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में सभी 294 सीटों पर चुनाव लड़ सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि वाम-कांग्रेस गठबंधन के साथ उनके संगठन के गठजोड़ की संभावना है। कोलकाता प्रेस क्लब में अपने राजनीतिक संगठन की शुरूआत के मौके पर सूफी मजार के प्रमुख सिद्दीकी ने कहा, ‘‘हमने इस पार्टी का गठन यह सुनिश्चित करने के लिए किया है कि संवैधानिक लोकतंत्र की रक्षा हो, सभी को सामाजिक न्याय मिले और हम सभी सम्मान के साथ रहें।’’
हम जनता तक पहुंचने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित करेंगे
उन्होंने कहा, ‘‘आने वाले दिनों में, हम जनता तक पहुंचने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित करेंगे।’’ जब उनसे पूछा गया कि नया राजनीतिक संगठन बनाने और चुनाव लड़ने से क्या अल्पसंख्यक वोटों का बंटवारा होगा तथा तृणमूल कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है, सिद्दीकी ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी की चुनाव संभावनाओं के बारे में चिंता करना उनका काम नहीं है।
तृणमूल कांग्रेस के साथ एक गठबंधन की संभावना के बारे में किये गये सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा को रोकने के लिए मुख्यमंत्री के रूप में सभी को साथ लेकर चलने की जिम्मेदारी ममता बनर्जी की है।’’ सिद्दीकी के इस कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस के नेता सौगत राय ने दावा किया, ‘‘अल्पसंख्यक भली भांति जानते हैं कि ममता बनर्जी ने उनके लिए क्या किया है। वे तृणमूल कांग्रेस का समर्थन करेंगे।’’ पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए अप्रैल-मई में चुनाव होने की संभावना है।
बिहार चुनाव के बाद उजागर हो गई ओवैसी की असलियत, बंगाल में नहीं होगा कोई असर: ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी की कोई भूमिका नहीं होगी क्योंकि वह भाजपा की ‘बी टीम’ हैं और बिहार चुनाव में उनकी असलियत उजागर हो चुकी है।
मुस्लिम बहुल जिले मुर्शिदाबाद में कोर समिति की एक बैठक के दौरान बनर्जी ने पार्टी के नेताओं से आग्रह किया कि वे भाजपा और अन्य विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ मिलकर लड़ें। तृणमूल के एक स्थानीय नेता ने कहा, “कोर समिति की बैठक में ममता दी ने हमें आश्वासन दिया कि मुर्शिदाबाद जिले में एआईएमआईएम की कोई भूमिका नहीं होगी। उन्होंने हमसे कहा कि बिहार चुनाव में ओवैसी की पार्टी की असलियत उजागर हो चुकी है।”
(इनपुट एजेंसी)


