पूर्व केंद्रीय मंत्री कल्पनाथ राय की जयंती पर घोसी नवनिर्माण मंच ने किया याद
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 5, 2025 03:56 IST2025-01-05T03:56:07+5:302025-01-05T03:56:46+5:30
पूर्व केंद्रीय मंत्री कल्पनाथ राय का जन्म सेमरी जमालपुर में हुआ था। उनके द्वारा किए गए कार्यों से मऊ की विश्वव्यापी पहचान बनी थी।

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मऊः पूर्व केंद्रीय मंत्री कल्पनाथ राय की जयंती पर घोसी नवनिर्माण मंच ने उनको याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर घोसी नवनिर्माण मंच के संस्थापक बद्रीनाथ ने उन्हें याद करते हुए कहा कि कल्पनाथ राय एक महान नेता और समाज सेवक थे। उनका जीवन और कार्य हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। साथ ही बद्री नाथ ने मऊ की जनता के समक्ष घोसी नव निर्माण मंच की प्रतिबद्धता जाहिर की। बद्रीनाथ ने आगे कहा कि कल्पनाथ राय ने अपने जीवनकाल में गरीबों, दलितों और वंचितों के लिए अनेक कार्य किए। उन्होंने हमेशा समाज में समरसता और एकता को बढ़ावा देने का प्रयास किया।
जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हम उनके आदर्शों और मूल्यों को अपने जीवन में आत्मसात करने का प्रयास करेंगे और उनके कार्यों को आगे बढ़ाने का संकल्प लेते हैं। बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री कल्पनाथ राय का जन्म सेमरी जमालपुर में हुआ था। उनके द्वारा किए गए कार्यों से मऊ की विश्वव्यापी पहचान बनी थी।
पूर्व केंद्रीयमंत्री कल्पनाथ राय जी ने देश को नई दिशा देने में अहम योगदान दिया वे मऊ के निर्माता थे,उन्होंने मऊ को विकास की बुलंदी पर पहुंचाने का सपना सजोया था,वह सपना पूरा करने के लिए हमें एकजूट होकर आगे बढ़ना होगा यही हमारे नेता श्रद्धेय कल्पनाथ राय जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी pic.twitter.com/jHfwkg9Fai
— Badri Nath (@BadriNath081) January 4, 2025
उन्होंने देश को नई दिशा देने में अहम योगदान दिया। उन्होंने मऊ को विकास की बुलंदी पर पहुंचाने का सपना देखा था और सभी जाति और धर्म के लोगों को साथ लेकर चलते थे। बद्रीनाथ ने कहा कि कल्पनाथ राय जी के सपने को पूरा करने के लिए मऊ के हर जाति, हर धर्म, हर व्यक्ति को एकजूट होना होगा ।
कल्पनाथ राय जी ने मऊ को छोटा लखनऊ बनाने का सपना देखा था । उन्होंने खूब कार्य किया लेकिन उनके निधन के बाद यहां बाहरी नेता आ गए और हमारे लोगों को बाटकर राज करने लगे हैं । सच कहें तो यहां के संसाधनों पर बाहरी नेताओं ने दोहन करना शुरू कर दिया है। श्रद्धेय कल्पनाथ राय जी के सपने को पूरा करने के लिए हमें एकजूट होकर आगे बढ़ना होगा।