राजस्थान में बसपा छोड़ कांग्रेस में शामिल 6 विधायक सोनिया गांधी से मिले, पार्टी की सदस्यता ग्रहण की
By भाषा | Published: January 3, 2020 02:03 PM2020-01-03T14:03:39+5:302020-01-03T14:03:39+5:30
विधायक राजेन्द्र गुढ़ा (उदयपुरवाटी), जोगेंद्र सिंह अवाना (नदबई), वाजिब अली (नगर भरतपुर), लाखन सिंह मीणा (करोली), संदीप यादव (तिजारा) और दीपचंद खेरिया (किशनगढ़ बास) ने कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे के साथ सोनिया से मुलाकात की।
राजस्थान में बहुजन समाज पार्टी छोड़ कर कुछ महीने पहले कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा करने वाले पार्टी के सभी छह विधायकों ने शुक्रवार को यहां कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और औपचारिक रूप से पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
विधायक राजेन्द्र गुढ़ा (उदयपुरवाटी), जोगेंद्र सिंह अवाना (नदबई), वाजिब अली (नगर भरतपुर), लाखन सिंह मीणा (करोली), संदीप यादव (तिजारा) और दीपचंद खेरिया (किशनगढ़ बास) ने कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे के साथ सोनिया से मुलाकात की।
इसके बाद इन विधायकों ने औपचारिक रूप से कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। कांग्रेस महासचिव और राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे ने बताया, ‘‘इन विधायकों की सोनिया जी से मुलाकात प्रतीक्षारत थी और आज उनकी मुलाकात हो गई।
Delhi: The six Bahujan Samaj Party MLAs from Rajasthan who had joined Congress in September 2019, met Congress Interim President Sonia Gandhi today and formally took membership of party pic.twitter.com/erIWrR3r3V
— ANI (@ANI) January 3, 2020
विधायकों ने अपनी प्रतिबद्धता दोहराई कि वे बिना शर्त कांग्रेस के साथ आए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने उन्हें नए साल की शुभकामनाएं दीं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ये विधायक पहले ही कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। उन्होंने आज औपचारिक रूप से पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।’’
दरअसल, पिछले साल सितंबर में इन विधायकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात के बाद कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की थी। इस घटनाक्रम के बाद बसपा प्रमुख मायावती ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला था।
उन्होंने आरोप लगाया था कि कांग्रेस पार्टी की सरकार ने एक बार फिर बसपा के विधायकों को तोड़कर गैर-भरोसेमन्द व धोखेबाज पार्टी होने का प्रमाण दिया है। यह बसपा के आंदोलन के साथ विश्वासघात है, जो दोबारा तब किया गया जब बसपा वहां कांग्रेस सरकार को बाहर से बिना शर्त समर्थन दे रही थी।