लाइव न्यूज़ :

महाराष्ट्र गवर्नर कोश्यारी से मिले शिवसेना नेता संजय राउत, कहा-राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच पिता-पुत्र जैसे संबंध

By भाषा | Updated: May 23, 2020 18:05 IST

शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और राज्य के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच पिता और पुत्र जैसा रिश्ता है। 

Open in App
ठळक मुद्देराजभवन की ओर से जारी एक बयान में शिवसेना सांसद और राज्यपाल के बीच की मुलाकात को ‘शिष्टाचार भेंट’ बताया गया। शिवसेना नेतृत्व संभवत: विपक्षी भाजपा के राज्यपाल से मुलाकात करने और यह शिकायत करने से नाराज था।

मुम्बईः शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने शनिवार को यहां राजभवन में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से भेंट की। कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे कोविड-19 संकट से निपटने के लिए राज्य सरकार की तैयारियों का आकलन करने के लिए राज्यपाल द्वारा बुधवार को बुलायी गयी बैठक में नहीं पहुंचे थे।

राउत ने इस भेंट के बाद संवाददाताओं से कहा कि राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री के बीच पिता और पुत्र जैसा संबंध है। राजभवन की ओर से जारी एक बयान में शिवसेना सांसद और राज्यपाल के बीच की मुलाकात को ‘शिष्टाचार भेंट’ बताया गया। शिवसेना नेतृत्व संभवत: विपक्षी भाजपा के राज्यपाल से मुलाकात करने और यह शिकायत करने से नाराज था कि राज्य सरकार इस वायरस को फैलने से रोकने में कथित रूप से विफल रही है। राउत ने कहा, ‘‘राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच कोई टकराव नहीं था।

उनके संबंध पिता और पुत्र की तरह हैं तथा वे इसी तरह बने रहेंगे।’’ बाद में राजभवन ने एक फोटो ट्वीट किया जिसमें राउत राज्यपाल के सम्मुख हाथ जोड़े खड़े नजर आ रहे हैं। उसके बाद राउत ने ट्वीट किया, ‘‘ ठीक है, बी के कोश्यारी मुझसे बड़े हैं, इसलिए यह नमस्कार। वैसे, हमारी अच्छी बातचीत हुई, मैंने उनसे चिंता नहीं करने को कहा, क्योंकि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में हमारी एमवीए सरकार अच्छी तरह चल रही है। ’’ शिवसेना और राजभवन के बीच का संबंध राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया था क्योंकि कोश्यारी राज्य मंत्रिमंडल की दो सिफारिशों को दबा कर बैठ गये थे।

उनमें से एक में कोश्यारी से शिवसेना प्रमुख ठाकरे को राज्यपाल के कोटे से विधान परिषद के लिए नामित करने का आग्रह किया गया था। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के कार्यकारी संपादक राउत ने तब राजभवन की आलोचना की थी और कहा था कि उसे राजनीतिक साजिशों का केंद्र नहीं बनना चाहिए।

चूंकि ठाकरे के लिए 27 मई से पहले विधानमंडल के दोनों सदनों में से किसी का सदस्य बनना संवैधानिक रूप से अनिवार्य था, ऐसे में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संपर्क किया और राज्य में संभावित राजनीतिक अस्थिरता को लेकर अपनी चिंता उनके सामने रखी थी। हाल ही में चुनाव आोग ने विधान परिषद की रिक्त सीटों के लिए चुनाव का आदेश दिया। केवल नौ उम्मीदवारों के नामांकन दायर करने के साथ ही ठाकरे निर्विरोध राज्य विधानमंडल के पहली बार सदस्य बने। 

टॅग्स :मुंबईशिव सेनाउद्धव ठाकरेउद्धव ठाकरे सरकारसंजय राउतआदित्य ठाकरे
Open in App

संबंधित खबरें

बॉलीवुड चुस्कीसंगीतकार पलाश मुच्छल से शादी तोड़ने के बाद पहली बार दिखीं स्मृति मंधाना?, कहा-मुझे नहीं लगता क्रिकेट से ज्यादा मैं किसी चीज से प्यार करती हूं, वीडियो

कारोबारIndiGo Cancellation Chaos: 10 दिन में इंडिगो की 4,000 से ज़्यादा उड़ानें रद्द, 1000 करोड़ रुपये का नुकसान?, दिल्ली बाजार संगठनों का दावा-25 प्रतिशत की गिरावट?

भारत6 साल में 30 लाख से ज़्यादा लोगों को कुत्तों ने काटा, हर दिन 1,369 केस?, उपमुख्यमंत्री शिंदे ने कहा- साल 2021 से 2023 के बीच रेबीज से 30 लोगों की मौत

स्वास्थ्यडॉ. रोहित माधव साने को “Personality of the Year 2025” का सम्मान

भारतआखिर हो क्या रहा है?, सदन से गायब हैं मंत्री, विधायक भास्कर जाधव ने कहा-आजकल तो कुछ भी सूचित नहीं किया जाता

राजनीति अधिक खबरें

राजनीतिDUSU Election 2025: आर्यन मान को हरियाणा-दिल्ली की खाप पंचायतों ने दिया समर्थन

राजनीतिबिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से मिलीं पाखी हेगड़े, भाजपा में शामिल होने की अटकलें

राजनीतिBihar voter revision: वोटरों की सही स्थिति का पता चलेगा, SIR को लेकर रूपेश पाण्डेय ने कहा

राजनीतिबिहार विधानसभा चुनावः बगहा सीट पर बीजेपी की हैट्रिक लगाएंगे रुपेश पाण्डेय?

राजनीतिगोवा विधानसभा बजट सत्रः 304 करोड़ की 'बिना टेंडर' परियोजनाओं पर बवाल, विपक्ष का हंगामा