कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के घर पर सुरक्षा में सेंध के बाद रॉबार्ट वाड्रा ने सोशल मीडिया पर एक लंबा पोस्ट लिखा है। इसमें उन्होंने लिखा है कि इस तरह की घटना सिर्फ मेरी पत्नी प्रियंका, मेरी बेटी और बेटे की सुरक्षा में चूक नहीं है, बल्कि इससे सरकार की गंभीरता का पता चलता है। इससे पता चलता है कि हमारी सरकार देश भर के नागरिकों, विशेष रूप से हमारे देश की महिलाओं को सुरक्षित रखने और सुरक्षित महसूस कराने को लेकर कितना गंभीर है।
आपको बता दें कि एक सप्ताह पहले भी प्रियंका के अवास पर अज्ञात व्यक्तियों ने प्रवेश किया था, जो सेल्फी ले रहे थे।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की सुरक्षा में पिछले सप्ताह उस वक्त सेंध लगी जब कुछ अज्ञात लोग कथित रूप से सेल्फी लेने के लिए उनके आवास में दाखिल हो गए। सूत्रों ने सोमवार को बताया कि यह मामला सीआरपीएफ के समक्ष उठाया गया है। गौरतलब है कि हाल ही में सरकार ने गांधी परिवार से एसपीजी हटा ली।
अब उन्हें जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है जिसमें सीआरपीएफ के जवान सुरक्षा संभालते हैं। इस बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता अमी याग्निक ने कहा कि अगर यह सत्य है तो सरकार को बताना चाहिए कि एसपीजी हटाए जाने के बाद क्या हो रहा है।
सीआरपीएफ ने शिकायत दर्ज कराई और जांच जारी है। आपको बता दें हाल ही में मोदी सरकार ने एसपीजी सुरक्षा गांधी परिवार से ले लिया है। उनकी जगह सीआरपीएफ के जवान सुरक्षा दे रहे हैं। लगातार दूसरी बार सुरक्षा में सेंध लगी है।
इस बीच केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि मुझे अभी तक जानकारी नहीं है, मैं लोकसभा से आ रहा हूं। मैं जाऊंगा और अपने अधिकारियों के साथ चर्चा करूंगा। मिली जानकारी के मुताबिक प्रियंका गांधी वाड्रा के आवास के भीतर तीन महिला और तीन पुरुष एक बच्चे के साथ घुस आए थे। जब वो गाड़ी से उतरे तो प्रियंका गांधी उनसे मिलीं और पूछा कि आखिर वो कहां से आ रहे हैं? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि वो प्रियंका गांधी के फैन हैं और उनसे मिलने के लिए आए हैं। इसके बाद प्रियंका गांधी ने उन लोगों को चाय नाश्ता कराकर रवाना किया।
बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी उस वक्त एक अहम बैठक ले रही थीं। प्रियंका गांधी के दफ्तर ने आईजी सीआरपीएफ को लिखी एक चिट्ठी में सुरक्षा में ढील होने का ब्योरा दिया है। इसमें सीआरपीएफ की तरफ से दलील दी गई कि एक्सेस का जिम्मा दिल्ली पुलिस का है। वहीं, दिल्ली पुलिस का कहना है कि उनको किसी ने गेट खोलने का ग्रीन सिग्नल दिया था, तभी उन्होंने दरवाजा खोला था।