पटना: कोरोना वायरस की महामारी के बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। लालू यादव ने एक वीडियो जारी कर अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, ''UPA सरकार में हमने विकास कार्यों के लिए बिहार को एक लाख 44 हजार करोड़ की धनराशि दिलाई। 60 हजार करोड़ का रेल कारखाना दिया। हमारे दिए पैसे से नीतीश ने मुंह चमकाया, खुद NDA में थे बिहार को फूटी कौड़ी नहीं दिलाई। विकास कार्यों में हमने कभी संकीर्ण राजनीति नहीं की।''
केंद्र में मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार में लालू यादव केंद्रीय रेल मंत्री थे। उन्होंने अपने ट्वीट में बतौर रेल मंत्री, बिहार को दी गई सौगातों का जिक्र किया वाला वीडियो शेयर किया है।
बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में विपक्षी पार्टी आरजेडी नीतीश सरकार को निशाना बनाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं रख रही है।
इस ट्वीट के पहले 16 मई को लालू यादव ने प्रवासी मजदूरों की हादसे में हुई मौत पर ट्वीट किया था। राजद सुप्रीमों ने लिखा था, ''मर्माहत हूं। बेबस हूं। गरीब मजदूरों की हत्या का दोषी कौन? माफ करना ये दुर्घटनाएं नहीं है। सब जानते हैं गरीबी अभिशाप है। लेकिन कम से कम भगवान के लिए उन्हें ऐसी मौत तो ना दीजिए। गरीब के लिए सरकार ईश्वर का रूप होती है। कुछ नहीं किया तो गरीबों का ईश्वर से विश्वास उठ जाएगा।''
लालू प्रसाद यादव को झारखंड में चारा घोटाले से संबंधित चार मामलों में सजा हो चुकी है। ये मामले देवघर, दुमका और चाईबासा के कोषागार से छल से धन निकालने से संबंधित हैं। राजद सुप्रीमो को चाईबासा कोषागार से छल से धन निकालने के दो मामलों में सजा हो चुकी है।
राजद सुप्रीमो को देवघर कोषागार मामले के अलावा चाईबासा के एक मामले में जमानत मिल चुकी है। लालू प्रसाद चारा घोटाले के पांचवें मामले में दोरंदा कोषागार से छल से धन निकालने के प्रकरण में भी मुकदमे का सामना कर रहे हैं। वह दिसंबर, 2017 से जेल में हैं।