राज्यसभा चुनावः सीएम गहलोत बोले- दोनों प्रत्याशी जीतेंगे, कोई भ्रम में न रहे, कांग्रेस ने मांगा माकपा का साथ
By भाषा | Published: June 12, 2020 03:08 PM2020-06-12T15:08:44+5:302020-06-12T15:08:44+5:30
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मोदी जी कहते हैं कि कांग्रेस मुक्त भारत बनाएंगे, भारत कांग्रेस मुक्त कभी नहीं होगा। देश के रग-रग में कांग्रेस है, देश के DNA में है। लेकिन मोदी जी, उनकी सरकार, उनकी पार्टी वो नेस्तनाबूद कब हो जाए तो आश्चर्य नहीं करना चाहिए क्योंकि जनता उनके कारनामों को देख चुकी है।
जयपुरः राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को कहा कि राजस्थान से राज्यसभा की सीट पर कांग्रेस के दोनों प्रत्याशी जीतेंगे और इसमें किसी को भ्रम नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा एवं उसके आलाकमान पर आरोप लगाया कि राजस्थान में सरकार तोड़ने के लिए षड्यंत्र किया जा रहा है।
गहलोत ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “राजस्थान में हम दोनों सीटें जीतेंगे और इसमें किसी को भ्रम नहीं होना चाहिए। पूरी उम्मीद करता हूं कि एक-एक वोट हमें मिलेगा चाहे निर्दलीय साथियों का हो या हमारे साथ विलय होने वाले बसपा के विधायकों का वोट हो। भारतीय ट्राइबल पार्टी बीटीपी से भी दो लोग हमारे साथ आ चुके हैं।'’ गहलोत ने कहा, “माकपा के दो विधायकों के लिए हमने सीताराम येचुरी से आग्रह किया है वे हमें समर्थन दें। हम सब एकजुट होकर इन फासीवादी ताकतों को हराएंगे।
इस संकल्प के साथ हम लोग यहां इकठ्ठे हैं।' इसके साथ ही गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा और कहा, “देश में लोकतंत्र की हत्या हो रही है। नरेंद्र मोदी हों या अमित शाह.. दो लोग फैसले कर रहे हैं पूरे देश में जो देश में अच्छी परंपरा नहीं है।'’ उन्होंने कहा कि कोरोना से उत्पन्न संकट के बावजूद भाजपा सरकारें तोड़ने में लगी है। गहलोत ने कहा, “कोरोना पूरी दुनिया में चुनौती है और इस समय भी तोड़फोड़ करना उनकी फितरत में है।
मध्य प्रदेश में सरकार तोड़ दी, अब राजस्थान में षड्यंत्र कर रहे हैं। ये लोग जनता के सामने बेनकाब हो चुके हैं। ' गहलोत ने आरोप लगाया कि विधायकों की खरीद-फरोख्त के लिए राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनावों को आगे बढ़ाया गया। गहलोत ने कहा, “ये चुनाव पहले हो सकते थे, तैयारियां हो चुकी थीं उसके बावजूद बिना कारण के इन चुनावों को स्थगित कर दिया गया। उस वक्त भी मैंने कहा था कि भाजपा की खरीद-फरोख्त पूरी नहीं हुई है जिस कारण चुनावों को स्थगित किया गया।
गुजरात के हमारे साथी अकारण यहां आकर बैठे हुए थे। अब जब चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई है तो चार लोग गुजरात में इस्तीफा दे चुके हैं।'’ राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीटों के लिये 19 जून को चुनाव होगा जिसके लिये कांग्रेस ने के सी वेणुगोपाल ओर नीरज डांगी को प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं भाजपा ने शुरूआत में राजेन्द्र गहलोत को अपना प्रत्याशी बनाया था लेकिन पार्टी ने नामांकन के अंतिम दिन ओंकार सिंह लखावत को दूसरे प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतार कर सबको चौंका दिया था।
राजस्थान में धन भेजे जाने की शिकायत एसओजी में की गयी : गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में विधायकों को प्रलोभन के लिए भारी मात्रा में धन राजस्थान भेजे जाने की शिकायत पुलिस के विशेष कार्यबल, एसओजी से की गयी है ताकि इसकी जांच की जाए। गहलोत ने यहां संवाददाताओं से कहा, “एसओजी में शिकायत दर्ज करवाई गयी है ताकि इस संगठित अपराध में लिप्त लोगों की जांच हो सके।'’
उल्लेखनीय है कि गहलोत ने बुधवार को कहा था कि राज्य में विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है और करोड़ों रुपये की नकदी जयपुर भेजी जा रही है। हालांकि उन्होंने इसमें किसी पार्टी या पदाधिकारी का नाम नहीं लिया था। इससे पहले विधानसभा में मुख्य सचेतक महेश जोशी ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) में बिना किसी का नाम लिए शिकायत दर्ज कराई कि राज्य सरकार को अस्थिर करने के लिए कांग्रेस एवं उसके समर्थक निर्दलीय विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है।
राज्यसभा चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस ने मांगा माकपा का साथ
कांग्रेस ने राजस्थान में राज्यसभा की दो सीटों पर अपने प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए माकपा से सहयोग मांगा है। राज्य में माकपा के दो विधायक हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, “माकपा के दो विधायकों के समर्थन के लिए हमने माकपा महासचिव सीताराम येचुरी से आग्रह किया है ... वे हमें समर्थन देंगे।'’ गहलोत ने कहा कि यह पहल फासीवादी ताकतों को हराने के लिए की गयी है।
उन्होंने कहा, “एकजुट होकर हम लोग इन फासीवादी ताकतों को हराएंगे।” इसके साथ ही गहलोत ने विश्वास के साथ कहा राजस्थान में पार्टी के दोनों उम्मीदवार जीतेंगे और इसमें किसी को भ्रम नहीं होना चाहिए। उल्लेखनीय है कि राज्य के निर्दलीय एवं अन्य विधायकों को प्रलोभन दिए जाने के आरोपों के बीच कांग्रेस अपने प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के दो विधायकों को पहले ही अपने साथ ला चुकी है। ये विधायक जयपुर के बाहर उस रिजॉर्ट में मौजूद दिखे जहां कांग्रेस और उसके समर्थक निर्दलीय विधायक रुके हैं।
राज्य में माकपा के दो विधायक बलवान पूनियां (भादरा) और गिरधारी लाल (डूंगरगढ़) हैं। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार विधानसभा के मौजूदा संख्या बल के हिसाब से राज्य में कांग्रेस के दोनों प्रत्याशियों का जीतना तय है लेकिन बदले हालात और विधायकों को प्रलोभन दिए जाने की खबरों के बीच वह कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती। इसलिए वह माकपा और बीटीपी के विधायकों को भी साथ लाना चाहती है। राज्य की 200 सीटों की विधानसभा में कांग्रेस के पास बसपा पार्टी को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए छह विधायकों सहित 107 विधायक हैं।
पार्टी को राज्य में 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है। वहीं भारतीय जनता पार्टी के 72 विधायक हैं। राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीटों के लिये चुनाव 19 जून को होगा जिसके लिये कांग्रेस ने के सी वेणुगोपाल ओर नीरज डांगी को प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतारा है वहीं भाजपा ने शुरुआत में राजेन्द्र गहलोत को अपना प्रत्याशी बनाया था लेकिन पार्टी ने नामांकन के अंतिम दिन ओंकार सिंह लखावत को दूसरे प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतार कर सबको चौंका दिया था।