राजस्थान में संकटः कांग्रेस में सचिन पायलट की वापसी के दरवाज़े फ़िर खुले, बातचीत का सिलसिला ज़ारी
By शीलेष शर्मा | Updated: August 10, 2020 15:34 IST2020-08-10T15:34:04+5:302020-08-10T15:34:04+5:30
सूत्र बताते हैं कि पायलट ने प्रियंका को साफ़ कहा कि वह कभी कांग्रेस के खिलाफ नहीं थे उनकी शिकायत मुख्यमंत्री गहलोत से थी, क्योंकि उनका लगातार असम्मान किया जा रहा था, वह सम्मान के साथ वापसी चाहते हैं।

बुधवार की रात तक सचिन की वापसी का कोई रास्ता यह दोनों नेता खोज लेंगे, उसी के बाद सचिन की मुलाक़ात राहुल और सोनिया से होगी।
नई दिल्लीः राजस्थान विधानसभा के 14 अगस्त से शुरू हो रहे सत्र के पहले ही कांग्रेस के बागी नेता सचिन पायलट अपने साथी विधायकों के साथ कांग्रेस में वापसी कर सकते हैं। यह संकेत उस समय मिले जब शनिवार की देर शाम सचिन पायलट ने प्रियंका गांधी से फोन पर बात की।
सूत्र बताते हैं कि पायलट ने प्रियंका को साफ़ कहा कि वह कभी कांग्रेस के खिलाफ नहीं थे उनकी शिकायत मुख्यमंत्री गहलोत से थी, क्योंकि उनका लगातार असम्मान किया जा रहा था, वह सम्मान के साथ वापसी चाहते हैं। सचिन पायलट ने यह कदम उस समय उठाया जब उनको जानकारी मिली कि उनके साथ खड़े विधायकों में 6 विधायक लौटने की तैयारी कर चुके हैं।
इन 6 विधायकों में 3 विधायक सीधे गहलोत के संपर्क में हैं व अन्य 3 विधायक के सी वेणुगोपाल और अहमद पटेल से संपर्क बनाये हुये हैं। इस जानकारी मिलने के बाद पायलट को लगने लगा कि वह जंग हार जायेंगे, इतना ही नहीं भाजपा विधायकों में टूट की संभावनाओं को देखते हुए सचिन ने प्रियंका से संपर्क किया। सचिन पायलट से चर्चा कर उन्होंने राहुल और सोनिया गांधी को इस घटनाक्रम से अवगत कराया।
गहलोत सरकार को बचाने के लिये सोनिया के निर्देश पर काम कर रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता ने इसकी पुष्टि की और कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने अहमद पटेल तथा के सी वेणुगोपाल को कहा है कि वह सचिन पायलट से बात करें तथा उनकी वापसी का सम्मान जनक रास्ता निकालें,परन्तु यह साफ़ कर दें कि राजस्थान में गहलोत ही मुख्यमंत्री रहेंगे। माना जा रहा है बुधवार की रात तक सचिन की वापसी का कोई रास्ता यह दोनों नेता खोज लेंगे, उसी के बाद सचिन की मुलाक़ात राहुल और सोनिया से होगी।