राजस्थान में 14 अगस्त यानि शुक्रवार से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र से पहले बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने अपने 6 विधायकों को व्हिप जारी किया है और विश्वास प्रस्ताव में कांग्रेस के खिलाफ वोट करने को कहा है। बता दें कि बसपा के सभी 6 विधायक कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं और विधायकों के कांग्रेस में विलय का मामला राजस्थान हाईकोर्ट में लंबित है।
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को बसपा के विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के मामले में दखल देने से इनकार कर दिया था। बीएसपी विधायकों के कांग्रेस में विलय करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि फिलहाल हाईकोर्ट सुनवाई कर रहा है औह हम इस मामले में दखल नहीं देंगे। इसके साथ ही यह साफ हो गया कि बीएसपी से कांग्रेस में शामिल होने वाले छह विधायक विधानसभा सत्र में भाग ले सकेंगे।
सचिन पायलट और कांग्रेस पार्टी की सुलह पर मायावती ने कसा था तंज
इससे पहले बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती ने मंगलवार को सचिन पायलट और कांग्रेस पार्टी के बीच सुलह पर तंज कसा था। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि राजस्थान के राज्यपाल को राज्य में ‘‘गंभीर राजनीतिक स्थिति’’का संज्ञान लेना चाहिए ताकि लोगों को राजनीतिक अनिश्चितता से छुटकारा मिल सके। उन्होंने कहा था कि राजस्थान में भले ही कांग्रेस सरकार हाल में विधायकों की बगावत से बच गई लेकिन कोई नहीं जानता कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच फिर कब से 'ड्रामा' शुरू हो जाए।
भाजपा लाएगी अविश्वास प्रस्ताव
भाजपा की विधायक दल बैठक में पार्टी ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया। बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि विधानसभा के शुक्रवार से शुरू हो रहे सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा। कटारिया ने कहा, "हम अपनी तरफ से अविश्वास प्रस्ताव लेकर आ रहे हैं। हमने अपने प्रस्ताव में उन सारे बिंदुओं को लिया है जो आज राजस्थान में ज्वलंत हैं।"