कांग्रेस में नेतृत्व के मुद्दे पर चल रही चर्चा के बीच सोमवार (24 अगस्त) को होने वाली पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक से पहले अलग-अलग स्वर उभरने लगे हैं। इस बीच राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद को फिर से स्वीकर नहीं करने के अपने फैसले पर टिके हुए हैं। बता दें कि पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए राहुल गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।
इतना ही नहीं प्रियंका गांधी भी पार्टी की महासचिव पद पर ही बने रहना चाहती हैं और कोई बड़ा पद स्वीकार नहीं करना चाहती है। इसके बाद हाल ही में खत्म हुई राजस्थान संकट के बाद पार्टी के सामना एक बड़ा संकट सामने आ गया है।
एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि इस बीच 20 से अधिक नेताओं द्वारा पार्टी नेतृत्व और उसकी कार्य प्रणाली में व्यापक बदलाव की मांग को लेकर लिखी गई चिट्ठी सार्वजनिक हो गई, जिसमें यह भी लिखा गया था कि प्रियंका गांधी ने किस तरह राजस्थान संकट को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सोनिया गांधी के समर्थन में आए कई कांग्रेस नेता
पार्टी अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया गया था, हालांकि अब वह अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर एक साल की अवधि पूरा कर चुकी हैं। इसके बाद उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए कहा कि वह अब अपने पद से इस्तीफा दे देंगी। इसके बाद कई नेता उनके समर्थन में आ गए। इसमें पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शामिल हैं।
कांग्रेस के 23 नेताओं ने सोनिया गांधी को लिखी थी चिट्ठी
बता दें कि कांग्रेस के 23 वरिष्ठ नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में बड़े बदलाव और पार्टी के पुनरुद्धार की मांग की थी। पत्र लिखने वालों में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री जैसे भूपेंद्र सिंह हुड्डा और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल और शशि थरूर के साथ-साथ मिलिंद देवड़ा और जितिन प्रसाद जैसे युवा नेता शामिल हैं।
अमरिंदर सिंह ने अध्यक्ष के लिए गांधी परिवार को बताया उपयुक्त
पंजाब सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि इस समय पार्टी में बदलाव की मांग करने वाले कांग्रेस नेताओं का कदम पार्टी हितों और राष्ट्र के हितों के लिए हानिकारक होगा। कांग्रेस को ऐसे नेतृत्व की जरूरत है जो केवल कुछ लोगों के लिए नहीं बल्कि समूची पार्टी, समस्त कार्यकर्ताओं और देश के लिए स्वीकार्य हो।"
इसके साथ ही उन्होंने गांधी परिवार को इस भूमिका के लिए उपयुक्त बताया। उन्होंने कहा, "सोनिया गांधी जब तक चाहती हैं उन्हें कांग्रेस का नेतृत्व करना चाहिए। इसके बाद राहुल गांधी को यह पद संभालना चाहिए, क्योंकि वह पार्टी का नेतृत्व करने के लिए पूरी तरह योग्य हैं।"
गहलोत ने कहा राहुल गांधी को आगे आना चाहिए
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राहुल गांधी को आगे आने की बात की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "सोनिया गांधी को पार्टी का नेतृत्व जारी रखना चाहिए और यदि उन्होंने अपना मन बना लिया है तो राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए आगे आना चाहिए। देश संविधान-लोकतंत्र बचाने की बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहा है।"
सोनिया गांधी का अंतरिम अध्यक्ष के रूप में एक साल पूरा
बता दें कि कि पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए राहुल गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। अब सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर एक साल की अवधि पूरा कर चुकी हैं और स्वास्थ्य कारणों से वह इस पद पर आगे नहीं रहना चाहती हैं।