हिमाचल प्रदेश: हार के बावूजद धूमल के समर्थन में नारेबाजी, मुख्यमंत्री की रेस में ये नाम हैं सबसे आगे
By कोमल बड़ोदेकर | Published: December 22, 2017 02:46 PM2017-12-22T14:46:53+5:302017-12-22T14:47:02+5:30
'धूमल गुट' ने तर्क देते हुए कहा कि प्रदेश में सभी लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए उनका मुख्यमंत्री बनना जरूरी है।
हिमाचल प्रदेश भले ही कड़ाके की ठंड पड रही हो लेकिन राजनैतिक माहौल काफी गर्म है। यहां मुख्यमंत्री के चयन के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में पहुंचे ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के सामने 'धूमल गुट' ने जमकर नारेबाजी की। माहौल उस वक्त गर्माया जब पीटरहॉफ में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर मंथन हो रहा था। इस दौरान अचान 'धूमल गुट' के कार्यकर्ता प्रेम कुमार धूमल के समर्थन में नारेबाजी करने लगे।
'धूमल गुट' ने तर्क देते हुए कहा कि प्रदेश में सभी लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए उनका मुख्यमंत्री बनना जरूरी है। इस बीच 'जयराम ठाकुर खेमे' ने भी जमकर नारेबाजी की। सिराज विधानसभा से जीते विधायक जयराम ठाकुर को मुख्यमंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
शिमला में हो रही इस मीटिंग में शामिल होने आए वरिष्ठ सांसद शांता कुमार ने इस पूरे घटनाक्रम पर खेद जताते हुए कहा कि 'पर्यवेक्षकों के सामने धूमल-जयराम के समर्थक नारेबाजी कर रहे हैं जो पूरी तरह से गलत है। अगर मैं अध्यक्ष होता तो नारेबाजी करने वाले कार्यकर्ताओं को बाहर का रास्ता दिखा देता।'
कई घंटे तक चली बैठक में सभी सदस्यों की रायशुमारी ली गई। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नारेबाजी की घटना के बाद केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने बंद कमरे में जयराम ठाकुर व सुरेश भारद्वाज से चर्चा की। राजनीतिक गलियारों में इस बात की भी चर्चा है कि मुख्यमंत्री पद की रेस में न सिर्फ जयराम ठाकुर बल्कि केंद्रीय स्वास्थय मंत्री जेपी नड्डा का नाम भी आगे चल रहा है।