नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों के घर मिलने जाने के दौरान प्रियंका गांधी के साथ हुए बदसलुकी के आरोप पर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि यह निंदनीय है कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने प्रियंका जी के साथ दुर्व्यवहार किया और गिरफ्तार किए गए लोगों के परिजनों से मिलने जाने से रोक दिया।"
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि पुलिस के यह रवैया अलोकतांत्रिक है कि कांग्रेस नेताओं को पीड़ितों के परिवारों से मिलने से बार-बार रोका जाता है। उन्होंने कहा कि सरकार लोगों को चुप करने के साथ ही विपक्ष के नेताओं को भी चुप करने का काम कर रही है।
बता दें कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। दरअसल, प्रियंका अपने दो दिवसीय दौरे पर लखनऊ आई हैं।
यहां वह नागरिकता संशोधन कानून को लेकर प्रदर्शन करने के मामले में जेल में बंद रिटायर्ड पुलिस अधिकारी और सामाजिक कार्यकर्ता एसआर दारापुरी के घर जा रही थीं। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
इसके बाद प्रियंका गाड़ी से उतर कर पैदल चलने लगीं। इसी बीच प्रियंका ने आरोप लगाया है कि यूपी पुलिस ने उनके साथ बदसलूकी की।
प्रियंका गांधी ने अपने ऑफिसियल फेसबुक पर लिखा 'यूपी पुलिस की ये क्या हरकत है। अब हम लोगों को कहीं भी आने जाने से रोका जा रहा है। मैं रिटायर्ड पुलिस अधिकारी और अंबेडकरवादी सामाजिक कार्यकर्ता एस आर दारापुरी के घर जा रही थी। यूपी पुलिस ने उन्हें एन आर सी और नागरिकता कानून का शांतिपूर्वक विरोध करने पर घर से उठा लिया है। मुझे बलपूर्वक रोका और महिला अधिकारी ने मेरा गला पकड़ कर खींचा। मगर मेरा निश्चय अटल है। मैं उत्तर प्रदेश में पुलिस दमन का शिकार हुए हरेक नागरिक के साथ खड़ी हूं। मेरा सत्याग्रह है।'
कांग्रेस के स्थापना दिवस पर शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में एक कार्यकर्ता सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मिलने मंच पर जा पहुंचा।
कांग्रेस राज्य मुख्यालय पर आयोजित स्थापना दिवस समारोह में प्रियंका जब मंच पर बैठी थी तभी गुरमीत सिंह नामक एक कार्यकर्ता प्रियंका का सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए उनसे मिलने के लिए मंच पर जा पहुंचा।