नीतीश कुमार और सुशील मोदी ने लालू यादव पर कसा तंज, कहा- कुछ लोग आदतन धन अर्जित करते हैं
By भारती द्विवेदी | Updated: January 25, 2018 02:12 IST2018-01-25T02:01:55+5:302018-01-25T02:12:36+5:30
उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भी लालू प्रसाद की सजा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गरीबों का हक मारने वाले लालू प्रसाद को अभी दूसरे केसों में भी सजा होगी।

नीतीश कुमार और सुशील मोदी ने लालू यादव पर कसा तंज, कहा- कुछ लोग आदतन धन अर्जित करते हैं
लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले के दो अलग-अलग मामलों में10 साल की सजा हो गई है। सजा के ऐलान के बाद बिहार के मुख्यमंत्री ने नीतीश कुमार ने तंज कसा है। सीएम नीतीश कुमार पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल में कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम शामिल हुए थे। जहां उन्होंने लालू प्रसाय यादव पर निशाना साधते हुए कहा- 'कुछ लोग की आदतन धन और ताकत अर्जित करते हैं। जनता मौका देती है तो उन्होंने सेवा करनी चाहिए।'
वहीं उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भी लालू प्रसाद की सजा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गरीबों का हक मारने वाले लालू प्रसाद को अभी दूसरे केसों में भी सजा होगी। सीबीआई के पास इतना पुख्ता सबूत है कि लालू यादव के बचने का कोई दूसरा रास्ता नहीं है।
जबकि उनके बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि भले ही अदालत ने लालू को दोषी माना हो, लेकिन बिहार की जनता आज भी लालू को 'हीरो' मानती है।
उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में उन्हें (लालू) फंसाया गया है और वे इस मामले को लेकर उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायलय तक जाएंगे। राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले के चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी के मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने लालू को दोषी करार दिया है। संभावना जताई जा रही है कि अदालत इस मामले में बुधवार को ही सजा सुना सकती है।
अदालत द्वारा लालू को दोषी करार दिए जाने के बाद यहां संवाददाताओं से चर्चा करते हुए तेजस्वी ने कहा, "हम इस मामले को आगे उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायलय लेकर जाएंगे।" तेजस्वी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भ्रष्टाचार का पितामह बताते हुए कहा, "मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ मिलकर लालू को फंसाया है। इन लोगों का 'टारगेट' लालू यादव हैं। नीतीश बिहार के विकास के लिए नहीं बल्कि लालू को कैसे सजा और दी जाए यह तय करने के लिए बार-बार दिल्ली जाते हैं।"
बता दें कि रांची स्थित सीबीआई की विशेष अदालत ने 24 जनवरी को चारा घोटाले से जुड़े चाईबासा ट्रेजरी मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा को दोषी करार देते हुए पाँच-पाँच साल कारावास की सजा सुनायी है।चाईबासा ट्रेजरी से जुड़ा ये दूसरा मामला है। सरकारी कोषागार (ट्रेजरी) से साल 1992-93 में अवैध रूप से 33 करोड़ रुपये निकालने के मामले में अदालत ने लालू यादव और जगन्नाथ मिश्रा समेत कुल 56 अभियुक्तों में से 50 को दोषी पाया। अदालत ने छह अभियुक्तों को सभी आरोपों से बरी कर दिया।