मध्यप्रदेश: भोपाल में कमलनाथ सरकार और कांग्रेस नेता आज दिनभर मुख्यमंत्री निवास पर बहुमत साबित कर सरकार को बचाने की रणनीति बनाते रहे. सुबह से लेकर शाम तक लगातार बैठकों का दौर जारी रहा. वहीं भाजपा के दिग्गज दिल्ली में बैठकें करते रहे. भाजपा द्वारा कमलनाथ सरकार को गिराने और भाजपा विधायकों को गुरुग्राम से भोपाल तक सुरक्षित ले जाने की रणनीति बनाई जाती रही.
मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार को गिराने के लिए भाजपा द्वारा लगातार की जा रही फ्लोर टेस्ट की मांग को जब बीती देर रात को राज्यपाल लालजी टंडन ने स्वीकार कर मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिख दिया तो भाजपा नेता और भी सक्रिय हो गए. शनिवार की रात को भी पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली पहुंचे और आज सुबह से केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, धमेन्द्र प्रधान, ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ लगातार बैठकें करते रहे और विधायकों को सुरक्षित भोपाल ले जाने एवं कमलनाथ सरकार को गिराने की रणनीति बनाते रहे.
वहीं राजधानी में भाजपा नेता लगातार यह दावा करते रहे कि फ्लोर टेस्ट में कमलनाथ सरकार गिर जाएगी. दूसरी ओर कांग्रेस नेताओं ने भी बीती रात से सरकार को बचाने की रणनीति तेज कर दी. कांग्रेस नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री निवास पर लगातार बैठकें होते रही. यह दौरान रुक-रुक कर कई मर्तबा चला. इन बैठकों में मुख्यमंत्री कमलनाथ के अलावा, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के अलावा वरिष्ठ कांग्रेस नेता विवेक तन्खा सहित मंत्री भी शामिल रहे.
बैठकों के दौर के बीच राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य लगातार इस बात का दावा करते रहे कि सरकार फ्लोर टेस्ट में बहुमत हासिल करेगी. राज्य के जनसंपर्क मंत्री पी.सी.शर्मा, वाणिज्य कर मंत्री बृजेन्द्र सिंह राठौर, उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी, वन मंत्री उमंग सिंघार, खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल सहित अन्य मंत्रियों ने यह दावा किया और कहा कि कमलनाथ सरकार पूरे पांच साल चलेगी.
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी मुख्यमंत्री निवास पर होने वाली बैठकों में शामिल हुए. वे आज जयपुर से विधायकों के साथ सुबह ही भोपाल लौटे थे. विधायकों के साथ वे भी होटल में ही रुके थे, मगर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उन्हें भी बैठक के लिए बुलाया. होटल से मुख्यमंत्री निवास के लिए रवाना होते हुए रावत ने मीडिया से कहा कि भाजपा लोकतंत्र की हत्या कर रहा है. कांग्रेस बहुमत में हैं और सरकार बहुमत में है. हम फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं और भरोसा है कि इसमें जीत हमारी होगी. हम बेचैन नहीं है, भाजपा बेचैन है.
कांग्रेस के बाद भाजपा ने जारी की व्हीप
राज्यपाल लालजी टंडन द्वारा मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर फ्लोर टेस्ट कराकर विश्वास मत हासिल करने को कहने के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों ने अपने विधायकों के लिए व्हीप जारी कर दी है. कांग्रेस द्वारा व्हीप शनिवार की रात को ही जारी कर दी गई थी. विधानसभा के बजट सत्र और राज्यसभा चुनाव में पार्टी विधायकों को सदन में मौजूद रहने के लिए कहा है. पार्टी ने कहा है कि व्हिप का उल्लंघन करने वाले विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. कांग्रेस द्वारा जारी व्हीप के बाद भाजपा ने भी आज अपने विधायकों के लिए व्हीप जारी कर दी है. भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक नरोत्तम मिश्रा ने एक पत्र लिखकर अपने विधायकों के लिए विधानसभा के संपूर्ण सत्र में उपस्थित रहने और फ्लोर टेस्ट में भाजपा के पक्ष में मत देने की बात कही है.
कांग्रेस ने कहा जबरदस्ती बनवाए जा रहे हैं वीडियो
बागी विधायकों के वीडियो आने के बाद कांग्रेस की ओर से आरोप लगाया गया कि बागी विधायकों से जबर्दस्ती ये वीडियो बनवाकर वायरल कराए जा रहे हैं. वीडियो की विस्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस प्रवक्ता सैयद जफर ने कहा कि बागी विधायकों की ओर से इमरती देवी का भी वीडियो जारी किया गया. इस वीडियो में किसी और की भी आवाज सुनाई दे रही है.