मोदी जी के ट्विटर फॉलोवर पांच करोड़ पार, अर्थव्यवस्था करेंगे पांच हजार अरब डॉलर के पार, लेकिन कैसे?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 12, 2019 15:03 IST2019-09-12T15:03:07+5:302019-09-12T15:03:07+5:30
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मोदी का अर्थशास्त्र है कि जो कुछ अच्छा है वो हमने किया है । निर्मला सीतारमण का अर्थशास्त्र है कि जो बुरा है वो दूसरों ने किया है। फिर जनता ने आपको क्यों चुना है ?’’

तो फिर देश की अर्थव्यवस्था पांच हजार अरब डॉलर का आंकड़ा कैसे पार करेगी।
वाहनों की बिक्री में गिरावट को ओला एवं उबर से जोड़ने संबंधी बयान को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि जब इन दोनों कैब सेवा प्रदाता कंपनियों ने इतना बंटाधार कर दिया है तो फिर देश की अर्थव्यवस्था पांच हजार अरब डॉलर का आंकड़ा कैसे पार करेगी।
मोदी जी के @Twitter Followers हो गए 50 मिलियन पार,
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) September 11, 2019
Economy करेंगे 5 ट्रिलियन पार
पर कैसे ?
युवाओं को नहीं मिल रहा रोजगार
क्या इसके लिए भी आप ठहराएंगे विपक्ष को जिम्मेदार ? #Uber#Ola ने सब कर दिया बंटाधार | #FinanceMinister
सिंघवी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मोदी का अर्थशास्त्र है कि जो कुछ अच्छा है वो हमने किया है । निर्मला सीतारमण का अर्थशास्त्र है कि जो बुरा है वो दूसरों ने किया है। फिर जनता ने आपको क्यों चुना है ?’’ उन्होंने तंज कसते हुए सवाल किया, ‘‘मोदी जी के ट्विटर फॉलोवर पांच करोड़ पार, अर्थव्यवस्था करेंगे पांच हजार अरब डॉलर के पार, लेकिन कैसे?
जो कुछ अच्छा है वो हमने किया है ( #Modinomics)
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) September 11, 2019
जो बुरा है वो दूसरों ने किया है (#Nirmalanomics)
फिर जनता ने आपको क्यों चुना है ? (#Publiconomics) #FinanceMinister#NirmalaSitaraman#Uber#Ola
युवाओं को नहीं मिल रहा रोजगार, क्या इसके लिए भी आप ठहराएंगे विपक्ष को जिम्मेदार ? ओला , उबर ने सब कर दिया बंटाधार।’’ गौरतलब है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि वाहन क्षेत्र में सुस्ती के कारणों में युवाओं की सोच में बदलाव भी है क्योंकि लोग अब खुद का वाहन खरीदकर मासिक किस्त देने के बजाए ओला और उबर जैसी आनलाइन टैक्सी सेवा प्रदाताओं के जरिये वाहनों की बुकिंग को तरजीह दे रहे हैं।