महाराष्ट्र में भाजपा-एनसीपी में राजनीति जंगः BJP नेता बोले- राज्य में विपक्ष के नेता भी सेफ नहीं, राकांपा ने कहा कि भूतकाल को याद करो
By भाषा | Published: May 5, 2020 05:59 PM2020-05-05T17:59:24+5:302020-05-05T17:59:24+5:30
महाराष्ट्र में सोशल मीडिया पर भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में राजनीति जंग जारी है। भाजपा ने कहा कि राज्य में विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को धमकी दी जा रही है। राकांपा ने कहा कि पुराने दिन को याद कीजिए।
नागपुर/मुंबईः कोविड-19 संकट के बीच पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को सोशल मीडिया पर मिल रहे ‘‘धमकी भरे संदेशों’’ और अपने कार्यकर्ताओं के खिलाफ ‘‘झूठे मामले’’ दर्ज किए जाने को लेकर भाजपा ने नागपुर पुलिस आयुक्त से शिकायत की है।
नागपुर के नगर भाजपा अध्यक्ष प्रवीण दटके और अन्य ने सोमवार को पुलिस आयुक्त भूषण कुमार उपाध्याय को लिखित शिकायत दी। इसी तरह की एक शिकायत विधान पार्षद प्रसाद लाड ने मंगलवार को रत्नागिरि के पुलिस अधीक्षक से की।
दटके ने आरोप लगाया कि विधानसभा में नेता विपक्ष फड़नवीस जब भी सोशल मीडिया पर कोविड-19 की स्थिति के बारे में बात करने के लिए आते हैं, उन्हें मुठभेड़ की धमकी दी जाती है। उन्होंने पूछा, ‘‘जब नेता विपक्ष को इस तरह की धमकी दी जा रही है तो महाराष्ट्र में आम आदमी कैसे सुरक्षित रहेगा?’’
नागपुर से ही ताल्लुक रखनेवाले भाजपा नेता एवं विधान पार्षद अनिल सोल ने कहा कि भाजपा के नेताओं को पिछले कुछ दिन से लगातार ट्रोल (परेशान) किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘अनेक टिप्पणियां बहुत ही निजी प्रकार की और निकृष्ट हैं।’’
फड़नवीस के अतिरिक्त पूर्व मंत्रियों-चंद्रशेखर बावनकुले, सुधीर मुनगंटीवार और विनोद तावडे को भी सोशल मीडिया पर कथित तौर पर परेशान किया गया। मुनगंटीवार ने कहा कि भाजपा को निशाना बनाने के लिए ऐसा जानबूझकर किया जा रहा है। उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘मैंने, मुझे मेरे फेसबुक लाइव के दौरान तथा अन्य भाजपा नेताओं को परेशान करने वालों का डेटा हासिल कर लिया है। मैंने पाया कि अनेक ऑनलाइन एकाउंट में एक ही नाम हैं जिसका मतलब है कि कुछ लोग इरादतन हमें ट्रोल कर रहे हैं।’’
मुनगंटीवार ने यह भी कहा कि भाजपा ट्रोलिंग से नहीं डरेगी और वह प्रदर्शन के मामले में राज्य सरकार को जवाबदेह ठहराना बंद नहीं करेगी। भाजपा के एक अन्य नेता ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में नासिक जिले के एक तथाकथित भाजपा नेता के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों के मामले में कार्रवाई की है। यदि यह मामला है तो हम भी पुलिस अधिकारियों को शिकायत दे रहे हैं। हम देखेंगे कि राज्य सरकार इन ट्रोल को लेकर किस तरह कार्रवाई करती है जो परोक्ष रूप से सत्तारूढ़ सरकार की मदद कर रहे हैं।’’
राजनीति के क्षेत्र में चल रहे इस ऑनलाइन युद्ध ने हाल में तब भौतिक रूप ले लिया जब राज्य के आवास मंत्री एवं राकांपा नेता जितेंद्र आव्हाड के कथित करीबी लोगों ने एक इंजीनियर की ठाणे में पिटाई कर दी। आव्हाड ने भी अपने तथा कुछ अन्य राकांपा नेताओं के खिलाफ इंजीनियर द्वारा कथित तौर पर पोस्ट किए गए कुछ ट्वीट जारी किए थे।
महाराष्ट्र राकांपा अध्यक्ष एवं जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल ने कहा कि पुलिस ने 2014-19 (जब भाजपा सत्ता में थी) के दौरान ट्रोलिंग को लेकर कई शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की थी। उन्होंने कहा, ‘‘तब हमने राज्य के कई हिस्सों में पुलिस अधिकारियों के समक्ष शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस ने तब हमारी शिकायतें दर्ज नहीं की थीं।’’ पाटिल ने दावा किया कि कई सोशल मीडिया हैंडल उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री फड़नवीस और भाजपा का समर्थन कर रहे थे।