कांग्रेस पार्टी से ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के बाद मंगलवार (10 मार्च) को भोपाल में पार्टी के विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें सिंधिया को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया गया। विधायक दल ने प्रस्ताव में कहा, ''हम सर्वसम्मति से कांग्रेस अध्यक्ष का आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से ज्योतिरादित्य सिंधिया को निष्कासित कर दिया।''
बैठक में पास किए गए प्रस्ताव में कहा गया, ''कांग्रेस विधायक दल उस दुर्भाग्यपूर्ण तरीके की निंदा करता है जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया की व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं को तुष्ट करते हुए लोगों के जनादेश का अपमान करने का प्रयास किया गया है।''
इस बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, ''चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। हम अपना बहुमत साबित करेंगे। हमारी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।''
मध्य प्रदेश के सियासत के नाटकीय घटनाक्रम को देखते हुए कांग्रेस ने सरकार को बरकरार रखने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी के नेता सज्जन सिंह वर्मा और डॉक्टर गोविंद सिंह मंगलवार रात को ही बेंगलुरु के लिए रवाना हो गए। वे पार्टी के 19 बागी विधायकों से मिलेंगे और उन्हें पार्टी में वापस लाने के लिए मनाने की कोशिश करेंगे।''
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिंधिया के साथ पार्टी के 22 विधायकों ने भी इस्तीफा दिया है। इस बीच यह भी खबर है कि पार्टी नेता बुधवार को जयपुर जाएंगे।