त्रिपुरा: लेनिन मूर्ति तोड़ने पर बीजेपी का समर्थन! देखें राजनाथ सिंह से लेकर गिरिराज सिंह ने क्या कहा
By पल्लवी कुमारी | Published: March 6, 2018 01:41 PM2018-03-06T13:41:14+5:302018-03-06T14:03:29+5:30
त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद हिंसा जारी है, इसी बीच रूसी क्रांति के लीडर व्लादिमीर लेनिन की मूर्ति को तोड़कर गिरा दिया गया है।
अगरतला, 6 मार्च; त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत के बाद राज्य के 13 जिलों में हिंसा जारी है। हिंसा के बीच में ही त्रिपुरा के बेलोनिया सबडिविजन में बुलडोजर से रूसी क्रांति के लीडर व्लादिमीर लेनिन की मूर्ति को तोड़ कर गिरा दिया है। जिसके बाद यह विवाद और भी ज्यादा बढ़ गया है। यह मुद्दा हर जगह चर्चा का विषय बना हुआ है। सोशल मीडिया पर #Lenin से ट्रेंड भी कर रहा है। वहीं इस मामले को लेकर वामपंथी बीजेपी पर जमकर निशाना साध रहे हैं। जिसपर बीजेपी के नेताओं की भी प्रतिक्रिया आ रही है। वहीं, बीजेपी के साथ-साथ राज्यपाल भी मूर्ति तोड़ने वालों के बचाव में आ गए हैं। तो आइए जानें पीएम नरेन्द्र मोदी से लेकर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इसपर क्या कहा है।
राजनाथ सिंह ने साधी चुप्पी
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से जब इस मुद्दे पर पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। उन्होंने चुप्पी साध ली। लेकिन खबरों की मानें तो राजनाथ सिंह ने गवर्नर तथागत रॉय और डीजीपी एके शुक्ला से सरकार बनने तक हालात पर नजर रखने को कहा है।
बीजेपी के महासचिव राम माधव ने कहा- ये रूस नहीं त्रिपुरा है
बीजेपी के महासचिव राम माधव ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए लिखा कि लोग लेनिन की मूर्ति गिराए जाने की चर्चा कर रहे हैं, ये रूस नहीं त्रिपुरा है, चलो पलटाई। राम माधव के ट्वीट से इतना तो साफ पता चल गया है कि मूर्ति गिराने पर बीजेपी की मौन सहमति है। चुनाव में चलो पलटाई त्रिपुरा में बीजेपी का नारा है और उसी नारे तर्ज पर लेनिन की मूर्ति पलट दी गई।
केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा- मार्क्सवादियों ने हमारे 9 कार्यकर्ताओं को मारा
त्रिपुरा में हिंसा के सवाल पर केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने मीडिया से कहा त्रिपुरा में मार्क्सवादियों ने हमारे 9 कार्यकर्ताओं को मार दिया तब कहां थे ये। कर्नाटक में कांग्रेस के कुशासन के चलते बीजेपी के 24 कार्यकर्ता मारे गए। आने वाले चुनावों जनता इसका मुंहतोड़ जवाब देगी।
#WATCH: Statue of Vladimir Lenin brought down at Belonia College Square in Tripura. pic.twitter.com/fwwSLSfza3
— ANI (@ANI) March 5, 2018
त्रिपुरा के बीजेपी प्रभारी सुनील देवधर ने कहा- लेफ्ट की असहिष्णुता है ये
त्रिपुरा के बीजेपी प्रभारी सुनील देवधर ने यूं तो यह साफतौर पर कहा कि बीजेपी लेनिन के मूर्ति तोड़ने का सर्मथन नहीं करता है। यह गलत किया गया है। लेकिन ये जो भी हो रहा है इसके पीछे लेफ्ट की असहिष्णुता ही कारण है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह- ये कदम स्वागत योग्य है
मंत्री गिरिराज सिंह ने इस मामले का सर्मथन किया है। उन्होंने कहा है कि देश का कोई हिस्सा अगर परिवर्तन की आग में जल रहा हो तो , ये कदम स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि पूरी जिंदगी वामपंथियों ने हिंसा का सहारा लिया है। हमने कभी ऐसा नहीं किया है। बीजेपी ने ऐसा कभी नहीं किया है। विचार का परिवर्तन है ये।
पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा- त्रिपुरा में विचारधार बदल गई है
पीएम नरेन्द्र मोदी ने हालांकि इस मामले पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया तो नहीं दी है। लेकिन उन्होंने इतना तो साफ कर दिया है कि त्रिपुरा में विचारधार बदल गई है। उन्होंने कहा हिंसा और नफरत की राजनीति अब खत्म हो गई है। त्रिपुरा में बीजेपी की जीत लेफ्ट की हिंसक विचारधारा पर बीजेपी के विचार की जीत है।बता दें कि लेनिन की मूर्ती पिछले पांच साल से बेलोनिया सबडिविजन में लगी थी।विधानसभा के चुनाव के 3 दिन के बाद ही बीजेपी समर्थकों ने भारत माता की जय के नारे लगाते हुए मूर्ती को बुलडोजर लगाकर जमीन पर गिरा दिया। सीपीएम जहां इसे कम्युनिस्ट फोबिया का एक उदाहरण बता रही है। साम्यवादी विचारधारा के नायक लेनिन की मूर्ति तोड़े जाने के बाद से वामपंथी दल और उनके कैडर काफी नाराज हैं।