राज्यसभा चुनाव 2018: छह राज्यों की 25 सीटों के लिए कल होगी वोटिंग, जानिए सभी सीटों की डिटेल
By भारती द्विवेदी | Updated: March 22, 2018 16:46 IST2018-03-22T16:46:02+5:302018-03-22T16:46:02+5:30
राज्यसभा सांसदों का कार्याकाल 6 साल का होता है। संसद के ऊपरी सदन के एक-तिहाई सदस्य हर दो साल बाद रिटायर हो जाते हैं।

राज्यसभा चुनाव 2018: छह राज्यों की 25 सीटों के लिए कल होगी वोटिंग, जानिए सभी सीटों की डिटेल
नई दिल्ली, 22 मार्च: शुक्रवार (23 मार्च) को छह राज्यों की 25 राज्य सभा सीटों के लिए वोटिंग होनी है। मतदान सुबह 9 बजे से शुरू होकर शाम के चार बजे तक चलेगा। शाम पाँच बजे से वोटों की गिनती होगी और उसी दिन कौन जीता, कौन हारा का फैसला हो जाएगा। अगले महीने 16 राज्यों की 58 सीटें खाली होने वाली हैं, जिनमें से 33 सीटों पर विभिन्न दलों के प्रत्याशियों का निर्विरोध जीतना पक्का हो चुका है।
किस राज्य में कितनी सीट खाली है, आइए आपको बता दें:
| राज्य | सीटों की संख्या |
| उत्तर प्रदेश | 10 |
| महाराष्ट्र | 6 |
| बिहार | 6 |
| पश्चिम बंगाल | 5 |
| मध्य प्रदेश | 5 |
| गुजरात | 4 |
| कर्नाटक | 4 |
| आंध्र प्रदेश | 3 |
| तेलंगाना | 3 |
| राजस्थान | 3 |
| ओडिशा | 3 |
| झारखंड | 2 |
| छत्तीसगढ़ | 1 |
| हरियाणा | 1 |
| हिमाचल प्रदेश | 1 |
| उत्तराखंड | 1 |
छह राज्यों के 25 सीटों पर जिन उम्मीदवारों के लिए कल वोटिंग होगी, उनका नाम इस प्रकार है-
उत्तर प्रदेश- 10
भाजपा- केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, अशोक बाजपेयी, विजय पाल सिंह तोमर, सकलदीप राजभर, कांता कर्दम, अनिल जैन, हरनाथ सिंह यादव, जीवीएल नरसिम्हा राव और अनिल अग्रवाल।
सपा- जया बच्चन
बसपा- भीमराव अंबडेकर
कर्नाटक-4
भाजपा- निर्मला सीतारमण
कांग्रेस- एल हनुमनथैया, सैय्यद नसीर हुसैन, जीसी चंद्रशेखर
पश्चिम बंगाल- 5
नदीमुल हक, सुभाशीष चक्रवर्ती, अबीर बिस्वास और डा. संतुनु सेन
लेफ्ट: रॉबिन देव
कांग्रेस- अभिषेक मनु सिंघवी
तेलंगाना- 3
टीआरएस- जे. संतोष कुमार, बी. प्रकाश मुंदीराज, बी. लिंगा यादव
कांग्रेस- पीं बलराम नाईक
झारखंड-2
भाजपा- समीर उरांव
कांग्रेस- डॉ. धीरज प्रसाद साहू
छत्तीसगढ़- 1
भाजपा- सरोज पांडे
कांग्रेस- लेखाराम साहू
राज्यसभा के लिए निर्रविरोध चुन गए उम्मीदवारों के नाम इस प्रकार हैं-
बिहार- 6
भाजपा+जदयू- रविशंकर प्रसाद, नारायण सिंह, महेंद्र प्रसाद
राजद+ कांग्रेस- मनोज झा, अखिलेश प्रसाद सिंह, अशफाक करीम
महाराष्ट्र- 6
भाजपा- केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर
शिवसेना- अनिल देसाई
एनसीपी- वंदना चौहान
कांग्रेस- कुमार केतकर
गुजरात-4
भाजपा- केंद्रीय मंत्री पुरूषोत्तम रुपाला, मनसुखभाई मंडविया
कांग्रेस- नारन भाई राठवा और अमी यजनिक
मध्य प्रदेश- 5
भाजपा- केंद्रीय मंत्री धर्मेंद प्रधान, थावर चंद गहलोत, कैलाश सोनी और अजय प्रताप सिंह
कांग्रेस- राजमानी पटेल
ओडिशा-3
बीजू जनता दल- प्रशांत नंदा, सौम्या रंजन पटनायक और अच्युता सामंता
आंध्र प्रदेश- 3
टीडीपी- सीएम रमेश, के. रवींद्र कुमार
वीएसआर कांग्रेस- वीएम रेड्डी प्रभाकर रेड्डी
राजस्थान-3
भाजपा- डॉ. किरोडीलाल मीणा, भूपेंद्र यादव और मदल लाल सैनी
हरियाणा- 1
भाजपा- डॉ. डीपी वत्स
उत्तराखंड- 1
भाजपा- अनिल बलूनी
राज्यसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश
राज्यसभा में उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर चुनाव होने हैं। राज्यसभा चुनावों के नियमानुसार इनमें से 8 सीटों पर बीजेपी की जीत सुनिश्चित है। और 1 सीट पर सपा की जीत तय है। बची 1 सीट। इसी 1 सीट के मायावती ने 22 साल की दुश्मनी भुलाकर अखिलेश को समर्थन दिया था।
यूपी उलझी 1 राज्यसभा सीट का गणित
403 विधानसभा सदस्यों वाले उत्तर प्रदेश से राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए किसी भी उम्मीदवार को 37 विधायकों के वोट चाहिए। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के बीजेपी व उसके सहयोगी दलों के पास 324 विधायक हैं। इसलिए एनडीए अपने महज 296 विधायकों से ही 8 सीटें जीत जाएगी। जबकि 28 विधायक फिर भी शेष बचेंगे। इसलिए बीजेपी ने निर्दलीय उम्मीदवार अनिल अग्रवाल को सपा-बसपा गठबंधन के समक्ष खड़ा कर दिया है। इन्हें जीताने के लिए अमित शाह को प्रदेश के 9 अन्य विधायक अपने पक्ष में लाने हैं।
यहां सवाल उठता है कि मायावती का दांव क्या था? तो ये कि यूपी में सपा के 47 सीटें हैं इसलिए एक सीट जया बच्चन की पक्की है। इसके बाद बचे विधायक 10। ये बसपा प्रत्याशी भीमराव अंबेडकर के पक्ष वोट करेंगे। लेकिन खुद बसपा के पास 19 विधायक हैं। ऐसे में सपा-बसपा गठबंधन को चुनाव जीतने के लिए चाहिए 8 विधायकों का और समर्थन चाहिए। उन्हें 7 कांग्रेसी विधायकों का सीधा सपोर्ट मिल रहा है। इसलिए अब फिर से बीजेपी को मात देने के लिए चाहिए था बस 1 विधायक का वोट।
लेकिन यही अमित शाह ने गणित लगा दी। राज्यसभा चुनावों के ऐन पहले दिग्गज सपा नेता नरेंद्र अग्रवाल को बीजेपी में ले आए। अब वे डंके की चोट पर कह रहे हैं कि मेरा सपा विधायक बेटा नितिन अग्रवाल बीजेपी के पक्ष में वोट करेगा। जिस ताक में बसपा ने सपा को उपचुनावों में सपोर्ट किया अमित शाह ने उसी में सेंध लगा दी। बसपा को सपोर्ट करने के लिए सपा के पास बस 9 विधायक बचे। उन नौ में से भी हालिया अखिलेश की डिनर पार्टी में पांच नदारत रहे। उम्मीद की जा रही है कि इसमें अमित शाह पैतरे लगा चुके हैं।
वहीं भारतीय निर्वाचन आयोग ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक मुख्तार अंसारी को 23 मार्च को होने वाले राज्य सभा चुनाव में मतदान करने की इजाजत दे दी है। उत्तर प्रदेश के मऊ विधान सभा सीट से विधायक मुख्तार अंसारी फिलहाल जेल में बंद हैं।