कर्नाटक चुनावः BJP के घोषणापत्र को कांग्रेस ने बताया 'जुमलाफेस्टो', कहा- झूठ का है पुलिंदा
By रामदीप मिश्रा | Updated: May 4, 2018 13:12 IST2018-05-04T13:12:56+5:302018-05-04T13:12:56+5:30
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि कर्नाटक में बीजेपी का घोषणापत्र 2014 के मोदी के घोषणापत्र और 'येदि-रेड्डी के 2018 के घोषणापत्र' का मिश्रण है।

कर्नाटक चुनावः BJP के घोषणापत्र को कांग्रेस ने बताया 'जुमलाफेस्टो', कहा- झूठ का है पुलिंदा
नई दिल्ली, 4 मईः कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शुक्रवार को अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया। इसके बाद कांग्रेस ने बीजेपी के घोषणापत्र को 'जुमलाफेस्टो' करार दिया और कहा कि जनता 'झूठ के इस पुलिंदे' पर विश्वास नहीं करने वाली है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि कर्नाटक में बीजेपी का घोषणापत्र 2014 के मोदी के घोषणापत्र और 'येदि-रेड्डी के 2018 के घोषणापत्र' का मिश्रण है।
BJP’s Karnataka Manifesto is a classic case of 0+0=0 (Copy of 2014 ModiFesto + 2018 Yeddy-Reddy Festo = 0).
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) May 4, 2018
Taking a cue from Modiji, It’s a Jumlafesto- a handbook of unabashed lies.
न वचन की क़ीमत,
न शब्दों पर यक़ीन,
हारी हुई भाजपा की खिसकती ज़मीन।#BJPVachana4Karnataka
1/n
गौरतलब है कि कांग्रेस बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा और रेड्डी बंधुओं का हवाला देने के लिए 'येदि-रेड्डी' शब्दावली का इस्तेमाल करती है। सुरेजावाला ने आरोप लगाया कि यह जुमलाफेस्टो है और झूठ का पुलिंदा है। उन्होंने कहा, 'न वचन की कीमत, न शब्दों पर यकीन, हारी हुई भाजपा की खिसकती जमीन।'
ये भी पढ़ें-कर्नाटक चुनावः BJP ने जारी किया अपना घोषणा पत्र, किसानों से किया ये वादा
बीजेपी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए घोषणापत्र जारी किया। पार्टी ने प्रदेश में सरकार बनने के पर सिंचाई परियोजनाओं के मद में डेढ़ लाख करोड़ रुपये आवंटित करने और राष्ट्रीयकृत एवं सहकारी बैंकों से लिये गए एक लाख रुपये तक के कृषि ऋण माफ करने का वादा किया। इस दौरान बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर सहित पार्टी के कई नेता मौजूद रहे हैं।
गौरतलब है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 12 मई को मतदान किया जाएगा और 15 मई को नतीजे घोषित किए जाएंगे। अगर 2013 में हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव की बात करें तो 224 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस 122 सीटों पर जीती थी और सरकार बनाई थी। बीजेपी को 40 और जनता दल सेक्युलर को भी 40 सीटें मिली थीं। 13 सीटें अन्य तो बाकी 9 निर्दलीय उम्मीदवारों को मिली थीं।