हरियाणा के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने खट्टर सरकार से समर्थन वापस लिया, कहा- ‘भ्रष्ट सरकार’, ईमानदारी का चोला पहना है
By भाषा | Published: February 27, 2020 08:55 PM2020-02-27T20:55:32+5:302020-02-27T20:55:32+5:30
विधानसभा के बाहर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए विधायक ने कहा, ‘‘मैं इस सरकार से अपना समर्थन वापस लेता हूं और शुक्रवार को औपाचारिक तौर पर मैं अपना पत्र राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष को भेज दूंगा ।’’ इससे पूर्व आज दिन में कुंडू ने विधानसभा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के भाषण में कई बार व्यवधान पैदा किया।
हरियाणा के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने गुरुवार को प्रदेश की मनोहर लाल खट्टर सरकार को ‘‘भ्रष्ट सरकार’’ बताते हुए समर्थन वापस ले लिया।
कुंडू ने कहा कि शुगर मिल भ्रष्टाचार मामला उन्होंने उठाया था। लेकिन सरकार द्वारा इस मामले में ‘क्लीन चिट’दिए जाने से वह ‘‘बहुत आहत’’ महसूस कर रहे हैं। विधानसभा में महम का प्रतिनिधित्व करने वाले कुंडू ने कहा, ‘‘मैने एक ईमानदार मुख्यमंत्री एवं ईमानदार सरकार को अपना समर्थन दिया था, लेकिन मुझे पता चला कि यह केवल ईमानदारी का चोला भर है।’’
विधानसभा के बाहर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए विधायक ने कहा, ‘‘मैं इस सरकार से अपना समर्थन वापस लेता हूं और शुक्रवार को औपाचारिक तौर पर मैं अपना पत्र राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष को भेज दूंगा ।’’ इससे पूर्व आज दिन में कुंडू ने विधानसभा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के भाषण में कई बार व्यवधान पैदा किया।
खट्टर राज्यपाल के अभिभाषण प्रस्ताव पर हुई बहस का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा,‘‘ मैंने कहा कि मुझे मुख्यमंत्री की ईमानदारी और वफादारी पर शक नहीं है। लेकिन जिस तरह से उन्होंने सदन में जवाब दिया, उससे मैं बुरी तरह आहत हुआ हूं। जो सीएम की हां में हां रखते हैं केवल वही ईमानदार हैं, वे ही उनके वफादार हैं, फिर चाहे वे भ्रष्टाचार में ही क्यों न शामिल हों।’’
कुंडू के आरोपों पर मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा,‘‘ हम जांच का आदेश देंगे लेकिन कोई ठोस सबूत तो हों लेकिन कोई भी यदि बेबुनियाद आरोप लगाता है तो ऐसे आरोपों पर जांच का क्या मतलब है।’’ हालांकि कुंडू के इस्तीफे से प्रदेश में भाजपा और जननायक जनता पार्टी की सरकार की स्थिरता पर कोई असर नहीं पड़ेगा।