लाइव न्यूज़ :

लखनऊ में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपना आसरा ढूंढा, संगठन में नयी जान फूंकने की जुगत

By भाषा | Updated: October 7, 2019 20:12 IST

प्रियंका ने दिवंगत पूर्व केन्द्रीय मंत्री शीला कौल के एक करीबी रिश्तेदार के गोखले मार्ग पर स्थित मकान को अपनी रिहाइश के तौर पर पसंद किया है और वह जब भी लखनऊ आएंगी तो इसी घर में ठहरेंगी। यह घर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से करीब तीन किलोमीटर दूर है और अब यहां शीला कौल के परिवार का कोई सदस्य नहीं रहता।

Open in App
ठळक मुद्देप्रियंका जब पिछली दो अक्टूबर को गांधी संदेश पदयात्रा में शामिल होने के लिये लखनऊ आयी थीं।वहां करीब डेढ़ घंटा रुकने के बाद पदयात्रा के लिये शहीद स्मारक पहुंची थीं।

उत्तर प्रदेश के पार्टी संगठन में नयी जान फूंकने की जुगत में लगी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने लखनऊ में अपना आशियाना तय कर लिया है।

पार्टी के भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक प्रियंका ने दिवंगत पूर्व केन्द्रीय मंत्री शीला कौल के एक करीबी रिश्तेदार के गोखले मार्ग पर स्थित मकान को अपनी रिहाइश के तौर पर पसंद किया है और वह जब भी लखनऊ आएंगी तो इसी घर में ठहरेंगी। यह घर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से करीब तीन किलोमीटर दूर है और अब यहां शीला कौल के परिवार का कोई सदस्य नहीं रहता।

कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि प्रियंका जब पिछली दो अक्टूबर को गांधी संदेश पदयात्रा में शामिल होने के लिये लखनऊ आयी थीं तो हवाई अड्डे से सीधे उसी मकान में गयी थीं और वहां करीब डेढ़ घंटा रुकने के बाद पदयात्रा के लिये शहीद स्मारक पहुंची थीं।

पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं का मानना है कि प्रियंका को अपना ठिकाना मिल गया है और अब वह उत्तर प्रदेश को ज्यादा समय देंगी और यहां बार—बार आयेंगी। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक इससे पहले गोमतीनगर में भी प्रियंका के लिये ऐसे मकान की तलाश की जा रही थी, जो उनकी सुरक्षा के लिहाज से उपयुक्त हो।

प्रियंका को स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) की सुरक्षा प्राप्त है। पिछले लोकसभा चुनाव से ऐन पहले पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी बनायी गयी प्रियंका को यह जिम्मेदारी सौंपते हुए तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि पार्टी की दीर्घकालिक योजना के तहत ऐसा किया गया है।

राहुल ने कहा था कि प्रियंका को सिर्फ चार महीनों के लिये उत्तर प्रदेश नहीं भेजा गया है, बल्कि यह भविष्य की योजना है। हम भाजपा को न सिर्फ 2019 के लोकसभा चुनाव में बल्कि 2022 के विधानसभा चुनाव में भी हराने के लिये आये हैं। 

टॅग्स :इंडियाउत्तर प्रदेशकांग्रेसलखनऊयोगी आदित्यनाथसोनिया गाँधीराहुल गांधी
Open in App

संबंधित खबरें

ज़रा हटके27,50,000 रुपये की सबसे ऊंची बोली लगाकर मर्सिडीज कार के लिए खरीदा 0001 नंबर

क्राइम अलर्टPilibhit: महिला कांस्टेबल के साथ देवर ने किया रेप, पति ने सैनिटाइजर पीने के लिए किया मजबूर

विश्वडोनाल्ड ट्रंप भारतीय चावल पर लगा सकते हैं टैरिफ, अमेरिकी किसानों की 'डंपिग' शिकायत पर भड़के

भारतVIDEO: कांग्रेस ने मुस्लिम लीग के आगे घुटने टेक दिए, पीएम मोदी...

भारतVIDEO: कांग्रेस महिला विरोधी है, अपशब्द बोलते रहते हैं, कंगना रनौत...

राजनीति अधिक खबरें

राजनीतिDUSU Election 2025: आर्यन मान को हरियाणा-दिल्ली की खाप पंचायतों ने दिया समर्थन

राजनीतिबिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से मिलीं पाखी हेगड़े, भाजपा में शामिल होने की अटकलें

राजनीतिBihar voter revision: वोटरों की सही स्थिति का पता चलेगा, SIR को लेकर रूपेश पाण्डेय ने कहा

राजनीतिबिहार विधानसभा चुनावः बगहा सीट पर बीजेपी की हैट्रिक लगाएंगे रुपेश पाण्डेय?

राजनीतिगोवा विधानसभा बजट सत्रः 304 करोड़ की 'बिना टेंडर' परियोजनाओं पर बवाल, विपक्ष का हंगामा