क्या 2019 का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेंगे अखिलेश यादव?
By भारती द्विवेदी | Published: May 29, 2018 04:15 PM2018-05-29T16:15:48+5:302018-05-29T16:15:48+5:30
प्रेस कांफ्रेंस में ईवीएम गड़बड़ी पर चुनाव आयोग की सफाई पर भी अखिलेश यादव ने सवाल खड़े किए हैं।
नई दिल्ली, 29 मई: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ी घोषणा की है। मंगलवार को उन्होंने कहा कि वो अगामी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। लखनऊ में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कौन सी सीट किसे मिलेगी, ये पार्टी तय करेगी। सोमवार को कैराना में हुए उपचुनाव में हुए ईवीएम पर बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा है- 'हम चाहते हैं कि आनेवाले चुनावों में बैलेट पेपर से वोटिंग हो। इससे लोकतंत्र की मजबूती मिलेगी।'
अखिलेश यादव ने लखनऊ में हुए इस प्रेस कॉफ्रेंस में भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि चुनाव को प्रभावित करने के लिए ईवीएम की गड़बड़ी किसी रणनीति के तहत किया गया है। वोटिंग के दौरान ईवीएम का खराब होना लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवाल खड़ा करता है। ईवीएम मशीन की गड़बड़ी पर चुनाव आयोग की सफाई पर भी अखिलेश ने सवाल खड़े किए हैं। सपा अध्यक्ष ने कहा कि ईवीएम सिर्फ उसी जगह क्यों खराब हुए, जहां भाजपा को वोट कम मिलने वाले थे? बता दें कि ईवीएम गड़बड़ी पर चुनाव आयोग ने सफाई देते हुए कहा था कि मशीन गर्मी की वजह से खराब हुई हैं।
बता दें कि कैराना लोकसभा सीट के लिए सपा, बसपा, कांग्रेस और आरएलडी ने साझा प्रत्याशी तब्बसुम हसन को मैदान में उतारा है। जबकि भाजपा की तरफ से मृगांका सिंह चुनावी मैदान में हैं। इसे पहले फुलपुर और गोरखपुर में लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में बसपा-सपा ने गठबंधन किया था और सफलता भी हासिल की थी। बसपा अध्यक्ष मायावती अपनी तरफ से लगातार ये कह रही हैं कि भाजपा के विजयी रथ को रोकने के लिए वो सपा के साथ गठबंधन जारी रखेंगी। लेकिन अखिलेश यादव की तरफ से प्रेस कांफ्रेंस में इस पर कुछ नहीं कहा गया।
लोकमत न्यूज के लेटेस्ट यूट्यूब वीडियो और स्पेशल पैकेज के लिए यहाँ क्लिक कर के सब्सक्राइब करें