पणजी, 27 सितंबर: गोवा की भाजपा नेतृत्व वाली सरकार के मंत्रियों ने गुरुवार को एक समीक्षा बैठक कर अपने बीच एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की। इससे पहले विपक्षी कांग्रेस ने बीमारी के चलते मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की अनुपस्थिति को देखते हुए सत्तारूढ़ गठबंधन के दलों में सबकुछ ठीक ना होने का दावा किया था।
कांग्रेस ने बुधवार को दावा किया था कि भाजपा नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्यों के बीच ‘‘असंतोष’’ है और तटीय राज्य में जल्द ही ‘‘राजनीतिक भूकंप’’ आ सकता है।
गुरुवार को हुई समीक्षा बैठक का औपचारिक एजेंडा बजटीय प्रस्ताव तेजी से लागू करना था। हालांकि एक मंत्री ने कहा कि वे यह संदेश भी देना चाहते थे कि गठबंधन के भागीदार एकजुट हैं और सरकार स्थिर है।
पर्रिकर का इस समय दिल्ली में एम्स में इलाज चल रहा है। उन्हें अग्नाशय संबंधी बीमारी है।
भाजपा और सहयोगी दलों गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी), महाराष्ट्रवाड़ी गोमंतक पार्टी (एमजीपी) के मंत्री और निर्दलीय मंत्री गुरुवार सुबह यहां राज्य सचिवालय में हुई बैठक में शामिल हुए।
समीक्षा बैठक पर बीजेपी के पार्टनरों की राय
इस साल जुलाई के बाद से पहली बार राज्य कैबिनेट के सदस्य एक साझा एजेंडे को लेकर संयुक्त रूप से मिले।
पर्रिकर ने अस्पताल में भर्ती होने से पहले आखिरी बार जुलाई में कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता की थी।
एमजीपी के नेता और मंत्री सुदिन धावलिकर ने कहा, ‘‘हालांकि मुख्यमंत्री बीमार हैं, हम उनके मार्गदर्शन में काम कर रहे हैं। हम राज्य के बजट (2018-19) में सरकार द्वारा दिए गए आश्वासनों को लागू करेंगे।’’
कृषि मंत्री और जीएफपी के नेता विजय सरदेसाई ने कहा, ‘‘समीक्षा बैठक करने का फैसला ना केवल हमारी ताकत एवं एकजुटता का प्रदर्शन करने के लिए लिया गया बल्कि कुछ और के लिए भी था। सरकार स्थिर है। यह केवल गठबंधन के भागीदारों के समर्थन से स्थिर नहीं है बल्कि हमारे पास बाहर भी दोस्त हैं।’’