हरियाणाः खट्टर सरकार के खिलाफ कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव गिरा, पक्ष में 55 और विपक्ष में पड़े 32 वोट
By सतीश कुमार सिंह | Published: March 10, 2021 05:43 PM2021-03-10T17:43:28+5:302021-03-10T19:45:12+5:30
हरियाणा के शिक्षा और संसदीय कार्यमंत्री कंवर पाल सिंह ने विपक्ष को जवाब देते हुए कहा कि वे किसानों को भ्रमित कर रहे हैं और उनके नाम पर राजनीति कर रहे हैं।
चंड़ीगढ़ः हरियाणा में भाजपा-जजपा सरकार के खिलाफ कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव पारित नहीं हो सका। खट्टर सरकार के पक्ष में 55 और विपक्ष में 32 वोट पड़े।
विधानसभा में पक्ष और विपक्ष में जोरदार बहस हुआ। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कई आरोप लगाए। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जोरदार अंदाज में जवाब दिया। कृषि कानून पर सीएम ने पक्ष रखे। खट्टर ने कहा कि किसान फायदे में रहेंगे। कांग्रेस ने हंगामा किया।
छह घंटे तक चली मैराथन चर्चा
मतों के विभाजन के बाद यह प्रस्ताव गिर गया। प्रस्ताव पर छह घंटे तक चली मैराथन चर्चा के अंत में विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने सदन में घोषणा की कि अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ 55 और पक्ष में 32 मत पड़े।
अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट डालने वाले 55 सदस्यों में से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 39, उसकी सहयोगी जननायक जनता पार्टी (जजपा) के 10, पांच निर्दलीय और हरियाणा लोकहित पार्टी से एक सदस्य शामिल हैं। कांग्रेस के 32 सदस्यों और दो निर्दलीय विधायकों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में वोट किया।
वर्तमान में सदस्यों की कुल संख्या 88
हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में वर्तमान में सदस्यों की कुल संख्या 88 है, जिसमें सत्तारूढ़ भाजपा के 40 सदस्य, जजपा के दस और कांग्रेस के 30 सदस्य हैं। सात निर्दलीय विधायक हैं और एक सदस्य हरियाणा लोकहित पार्टी का है, जिसने सरकार को अपना समर्थन दिया हुआ है।
निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत ने सरकार का समर्थन करते हुए कांग्रेस की आलोचना की। हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में वर्तमान में सदस्यों की कुल संख्या 88 है, जिसमें सत्तारूढ़ भाजपा के 40 सदस्य, जजपा के दस और कांग्रेस के 30 सदस्य हैं। सात निर्दलीय विधायकों में से 5 भाजपा-जजपा के साथ हैं। एक सदस्य हरियाणा लोकहित पार्टी का है, जिसने सरकार को अपना समर्थन दिया हुआ है।
No confidence motion against Haryana government defeated in the Assembly. pic.twitter.com/mVCApJL7s0
— ANI (@ANI) March 10, 2021
हरियाणा विधानसभा में बुधवार को मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से भाजपा-जजपा सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया छा और इस दौरान नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सत्ताधारी दल ने लोगों का विश्वास खो दिया है।
प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद अध्यक्ष ने मंत्रिमंडल के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस को स्वीकार किया और इस पर चर्चा के लिए दो घंटे का समय तय किया। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा, “मुझे नेता प्रतिपक्ष (भूपेंद्र सिंह हुड्डा) और कांग्रेस के 27 अन्य विधायकों की ओर से अविश्वास प्रस्ताव प्राप्त हुआ है।”
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने जब टीवी पर यह देखा कि कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा प्रदर्शन के दौरान एक ट्रैक्टर पर बैठे हुए हैं और पार्टी की महिला विधायक वाहन को रस्सी से खींच रही हैं, तो उन्हें बहुत दुख हुआ।
खट्टर ने कहा कि टीवी पर यह दृश्य देखने के बाद वह पूरी रात सो नहीं पाए। सोमवार को पेट्रोल-डीजल तथा रसोई गैस की बढ़ी कीमतों के खिलाफ कांग्रेस के प्रदर्शन का हवाला देते हुए, मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कहा, “ महिला विधायकों के साथ ऐसा बर्ताव बंधुआ मजदूरों से भी बदतर है।”