गुजरात से विधायक जिग्नेश मेवानी ने गुरुवार (25 अक्टूबर) को पटना के गांधी मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए विवादित शब्दों का इस्तेमाल किया है। जिग्नेश मेवानी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की 'भाजपा हराओ, देश बचाओ' रैली को संबोधित करते हुए पीएम के लिए गलत शब्दों का प्रयोग किया।
इतना ही नहीं उन्होंने 9 मिनट का भाषण दिया जिसमें जिग्नेश ने 6 बार पीएम को 'नमक हराम' कहकर संबोधित किया है। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत ही पीएम मोदी कको नमक हराम कहते हुए की। उन्होंने कहा कि वह नमक हराम हैं और उनकी सबसे ज्यादा नमक हरामी गुजरात की जनता ने देखी है। वहीं, जिग्नेश मेवानी ने कहा कि वह बिहार सहित देश की 130 करोड़ जनता से माफी मांगते हैं कि गुजरात ने ऐसा मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट वाला पीस दिल्ली भेज दिया।
इस दौरान उन्होंने गुजरात में यूपी ओऔर बिहार के लोगों के साथ हुई मारपीट का भी मु्द्दा उठाया और कहा कि प्रधानमंत्री कितने नमक हराम हैं इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि गुजरात में उत्तर भारतीयों की पिटाई हो रही थी मगर इन नमक हराम की जुबान से एक शब्द नहीं निकला। उन्होनें कहा कि ऐसे में आप लोगों को समझ लेना चाहिए कि उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी जुबान तक नहीं खोली तो वह कितने बड़े नमक हराम होंगे।
इतना ही नहीं जिग्नेश मेवानी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के लिए भूख, महंगाई, तेल की बढ़ती कीमत, उना में दलित पर अत्याचार और दो करोड़ सालाना रोजगार पैदा करना कोई मुद्दा नहीं है बल्कि उनके लिए असली मुद्दा गाय का है। इतना ही नहीं भाषण के दौरान जब बिजली चली गई तो उन्होंने इसको भी नमक हराम की साजिश करार दिया है।