लाइव न्यूज़ :

गरीब कल्याण रोजगार अभियानः सरकार के 12 मंत्रालय, प्रवासी मजदूरों के लिए 6 राज्यों में चलाएंगे 125 दिनों का मिशन रोजगार

By एसके गुप्ता | Updated: June 18, 2020 15:56 IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 जून को बिहार के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की मौजूदगी में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस अभियान की शुरुआत करेंगे। गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत 50 हजार करोड़ रुपए के सार्वजनिक कार्य कराए जाएंगे।

Open in App
ठळक मुद्देरोजगार के अवसरों को बढ़ाने के साथ ही स्थायी बुनियादी ढांचा तैयार किया जाएगा। अभियान की शुरुआत बिहार के खगड़िया जिला के ग्राम-तेलिहार से होगी।ग्रामीण विकास मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस अभियान में केंद्र सरकार के 12 विभिन्न मंत्रालय और विभागों को शामिल किया गया है।ग्रामीण विकास, पंचायती राज, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, खान, पेयजल और स्वच्छता, पर्यावरण, रेलवे, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, नई और नवीकरणीय ऊर्जा, सीमा सड़क, दूरसंचार और कृषि मंत्रालय शामिल हैं।

नई दिल्लीः कोरोना काल में गांव वापस आए प्रवासी श्रमिकों को सशक्त बनाने और आजीविका के अवसर उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार ने ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ शुरू करने का निर्णय लिया है। छह राज्यों के 116 जिलों में 125 दिनों का अभियान प्रवासी श्रमिकों की सहायता के लिए मिशन मोड पर चलाया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 जून को बिहार के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की मौजूदगी में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस अभियान की शुरुआत करेंगे। गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत 50 हजार करोड़ रुपए के सार्वजनिक कार्य कराए जाएंगे। इसमें रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के साथ ही स्थायी बुनियादी ढांचा तैयार किया जाएगा। अभियान की शुरुआत बिहार के खगड़िया जिला के ग्राम-तेलिहार से होगी।

ग्रामीण विकास मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस अभियान में केंद्र सरकार के 12 विभिन्न मंत्रालय और विभागों को शामिल किया गया है। जिनमें ग्रामीण विकास, पंचायती राज, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, खान, पेयजल और स्वच्छता, पर्यावरण, रेलवे, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, नई और नवीकरणीय ऊर्जा, सीमा सड़क, दूरसंचार और कृषि मंत्रालय शामिल हैं।

रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए यह अभियान मिशन मोड पर 125 दिन चलाया जाएगा। इसमें 50 हजार करोड़ रुपए के फंड से प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने के लिए सरकार की विभिन्न प्रकार की 25 योजनाओं को गति देने के लिए काम होगा। योजना का मुख्य उद्देश्य रोजगार देने के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का निर्माण कर उसे मजबूत बनाना है।

कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए 6 राज्यों के 116 जिलों के गांव सार्वजनिक सेवा केंद्र और कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से इससे जुड़ेंगे। अभियान में अन्य पांच राज्यों के मुख्यमंत्री और संबंधित 12 मंत्रालयों के केंद्रीय मंत्री भी वर्चुअल लॉन्च में भागीदार बनेंगे।

116 जिलों के 25 हजार से ज्यादा प्रवासी श्रमिकों के साथ इस अभियान में बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और ओडिशा राज्यों को चुना गया है। जिसमें इच्छा जाहिर करने वाले 27 जिले शामिल हैं। इन जिलों से दो तिहाई प्रवासी श्रमिकों को पहले दिन से ही रोजगार का लाभ मिलेगा।

टॅग्स :भारत सरकारनरेंद्र मोदीबिहार विधान सभा चुनाव २०२०बिहारनीतीश कुमारभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)जेडीयूप्रवासी मजदूरकोरोना वायरस लॉकडाउननरेन्द्र सिंह तोमर
Open in App

संबंधित खबरें

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतModi-Putin Talks: यूक्रेन के संकट पर बोले पीएम मोदी, बोले- भारत न्यूट्रल नहीं है...

राजनीति अधिक खबरें

राजनीतिDUSU Election 2025: आर्यन मान को हरियाणा-दिल्ली की खाप पंचायतों ने दिया समर्थन

राजनीतिबिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से मिलीं पाखी हेगड़े, भाजपा में शामिल होने की अटकलें

राजनीतिBihar voter revision: वोटरों की सही स्थिति का पता चलेगा, SIR को लेकर रूपेश पाण्डेय ने कहा

राजनीतिबिहार विधानसभा चुनावः बगहा सीट पर बीजेपी की हैट्रिक लगाएंगे रुपेश पाण्डेय?

राजनीतिगोवा विधानसभा बजट सत्रः 304 करोड़ की 'बिना टेंडर' परियोजनाओं पर बवाल, विपक्ष का हंगामा