हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को विपक्ष के नेता का दर्जा मिला
By भाषा | Published: September 10, 2019 08:14 PM2019-09-10T20:14:12+5:302019-09-10T20:14:12+5:30
विधानसभा अध्यक्ष ने यहां कहा, ‘‘मैं हुड्डा को विपक्ष के नेता के तौर पर मान्यता देता हूं।’’ हरियाणा कांग्रेस की नव नियुक्त अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष को एक पत्र भेजा था, जिसके बाद उन्होंने यह निर्णय किया।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के प्रदेश में कांग्रेस विधायक दल का नेता चुने जाने के कुछ दिन बाद विधानसभा अध्यक्ष कंवर पाल ने उन्हें विधानसभा में विपक्ष के नेता का दर्जा दे दिया।
विधानसभा अध्यक्ष ने यहां कहा, ‘‘मैं हुड्डा को विपक्ष के नेता के तौर पर मान्यता देता हूं।’’ हरियाणाकांग्रेस की नव नियुक्त अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष को एक पत्र भेजा था, जिसके बाद उन्होंने यह निर्णय किया।
पत्र में शैलजा ने लिखा था कि सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी होने के नाते हुड्डा को विपक्ष के नेता का दर्जा दिया जाए क्योंकि उन्हें सर्वसम्मति से कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया है। विधानसभा में कांग्रेस के 17 विधायक हैं।
इससे पहले विपक्ष के नेता का यह पद अभय सिंह चौटाला के पास था लेकिन उनकी पार्टी के कुछ विधायकों के पाला बदल लेने से उनसे यह दर्जा छिन गया था। दो बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हुड्डा ने कांग्रेस विधायक दल के नेता के तौर पर किरन चौधरी का स्थान लिया है। हरियाणा में इस साल अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
जजपा में शामिल होने वाले इनेलो के चार विधायक अयोग्य घोषित
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष कंवर पाल ने जननायक जनता पार्टी (जजपा) में शामिल हुए इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के चार विधायकों को मंगलवार को सदन की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया। हरियाणा में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से महज एक महीने पहले विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) ने यह फैसला किया।
अयोग्य घोषित किये गए विधायकों में डबवाली विधायक नैना सिंह चौटाला भी शामिल हैं, जो अजय सिंह चौटाला की पत्नी और जजपा नेता दुष्यंत चौटाला की मां हैं। अन्य विधायकों में अनूप धनक(उकलाना), राजदीप फोगाट (दादरी) और प्रीति सिंह (नरवाना) शामिल हैं।
स्पीकर ने कहा कि इनेलो के बलवान सिंह और पार्टी के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला की दो याचिकाओं के पर यह कार्रवाई की गई। ये याचिकाएं 25 मार्च और 26 जुलाई को दी गई थीं। स्पीकर ने मंगलवार को अपने एक आदेश में कहा, ‘‘मैंने पाया कि प्रतिवादी- प्रीति सिंह, राजदीप, नैना सिंह चौटाला और अनूप धनक- अयोग्य घोषित किये जाने के हकदार हैं।’’
पिछले साल इनेलो में टूट होने और जजपा के गठन के बाद, दोनों पार्टियां मुश्किल दौर से गुजर रही हैं क्योंकि उनके नेता विपक्षी खेमों में शामिल हो रहे हैं।