पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद आखिरकार कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच आज आखिरकार मुलाकात हुई। इस मुलाकात के बाद पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में जारी संकट कुछ हद तक कम होता दिख रहा है।
मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की मौजूदगी में नवजोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद का कार्यभार भी संभाला लिया। सिद्धू की ताजपोशी से पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सभी कांग्रेसी विधायकों और पार्टी के पदाधिकारियों को चाय पार्टी पर भी बुलाया। पंजाब भवन में हुई इस चाय पार्टी में नवजोत सिंह सिद्धू समेत अन्य नेता भी मौजूद रहे।
सीएम को सिद्धू ने भेजा था 65 विधायकों के हस्ताक्षर वाला आमंत्रण पत्र
गुरुवार को पंजाब कांग्रेस के नए कार्यकारी अध्यक्ष संगत सिंह और कुलजीत नागरा का न्योता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्वीकार कर लिया था. नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा भेजे गए इस न्योते में लिखा गया था कि कैप्टन परिवार के बड़े हैं, ऐसे में वह नई टीम को आकर आशीर्वाद दें।
पदग्रहण समारोह कार्यक्रम में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ को भी न्योता भेजा गया है।सिद्धू ने अपनी ताजपोशी के लिए 65 विधायकों के हस्ताक्षर वाला आमंत्रण पत्र सीएम को भेजकर अपनी ताकत भी दिखाई थी। सिद्धू के साथ पार्टी हाईकमान का हाथ देखकर बड़ी संख्या में विधायक सिद्धू के पीछे लामबंद हुए हैं।
सिद्धू का माफीनामे से इनकार
नवजोत सिंह सिद्धू लगातार कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते रहे हैं, ऐसे में काग्रेंस हाईकमान की मर्जी के बाद भी उन्हें पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मांग की थी कि सिद्धू को उनसे माफी मांगनी चाहिए लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू ने माफी मांगने से इनकार किया।
अब केंद्रीय आलाकमान के निर्देश पर सभी कांग्रेसी नेता एक साथ एक मंच पर आ रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष का पद मिलने के बाद से ही नवजोत सिंह सिद्धू लगातार नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं, उन्होंने हाल ही में अमृतसर, पटियाला, नवांशहर समेत कई इलाकों का दौरा किया।