क्या प्रियंका गांधी से फोन पर बात करने के 3 घंटे बाद सचिन पायलट को डिप्टी सीएम पद से हटाया गया, जानें सच
By पल्लवी कुमारी | Published: July 18, 2020 09:16 AM2020-07-18T09:16:04+5:302020-07-18T09:16:04+5:30
सचिन पायलट के खिलाफ कांग्रेस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मंगलवार (14 जुलाई) को उन्हें उप मुख्यमंत्री और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया था। कांग्रेस ने यह फैसला पायलट द्वारा पार्टी की दो विधायक बैठक में शामिल नहीं होने के बाद लिया गया। हालांकि सचिन पायलट ने कहा है कि वह बीजेपी ज्वाइन नहीं करने वाले हैं।
नई दिल्ली: राजस्थान का सियासी ड्रामा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच सूत्रों ने दावा किया है कि सचिन पायलट खुद को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाने की लगातार मांग कर रहे थे। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि जब-तक उनको राजस्थान का मुख्यमंत्री नहीं बना दिया जाता वह गांधी परिवार यानी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से नहीं मिलेंगे। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के करीबी सूत्रों ने शुक्रवार (17 जुलाई) को ये दावा किया है।
इस रिपोर्ट को NDTV ने प्रकाशित किया है। रिपोर्ट में लिखा गया है कि यह बयान उस बात का खंडन है, जिसमें सचिन पायलट के खेमे द्वारा यह आरोप लगाया गया था कि प्रियंका गांधी से फोन पर तीन घंटे की बातचीत के बाद सचिन पायलट को उप मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाया गया है। प्रियंका गांधी के करीबी सूत्रों की मानें तो सचिन पायलट चाहते थे कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने की सार्वजनिक रूप से घोषणा की जाए। अगर ऐसा नहीं होता है कि वह गांधी परिवार मिलने में दिलचस्पी नहीं रखते हैं।
सूत्रों ने दावा किया क 'डीलब्रेकर' मांग के बारे में जैसे ही कांग्रेस नेतृत्व को सूचना मिली उन्होंने सचिन पायलट को राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष और राज्य के डिप्टी सीएम पद से मंगलवार (14 जुलाई) को हटा दिया। सचिन पायलट ने इसके दो दिन पहले प्रियंका गांधी ने फोन पर बात की थी। जिसमें सचिन पायलट ने सारी बातें प्रियंका गांधी को बताई थी। जिसके बाद प्रियंका ने उन्हें कहा था कि वह इस बारे में सोनिया गांधी और राहुल गांधी से बात करेंगी।
सूत्रों ने कहा कि सचिन पायलट ने फोन पर कहा, जब मेरे खिलाफ कांग्रेस कार्रवाई कर रही है तो तालमेल की बात कैसे कर सकती है? मौटे तौर पर इतना समझ लीजिए कि कांग्रेस पर सचिन पायलट को भरोसा करना मुश्किल हो रहा था। सूत्रों ने सचिन पायलट के हवाले से कहा, सचिन पायलट को लगता है कि एक और कांग्रेस मुझे मना रही है, मेरे लिए दरवाजे खले रखने का दावा करती है तो वहीं दूसरी ओर मुझे बर्खास्त किया जाता है साथ ही अयोग्यता नोटिस भेजा जाता है।
प्रियंका गांधी ने बुधवार (15 जुलाई) को भी सचिन पायलट से फोन पर बात की थी। वहीं सचिन पायलट ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम से गुरुवार देर रात (16 जुलाई) फोन पर बात की थी। पी चिदंबरम ने कहा था, ''मैंने कल (गुरुवार) सचिन पायलट से बात की। मैंने उन्हें यह समझाया कि कांग्रेस हाईकमान ने सार्वजनिक रूप से बैठक बुलाकर उन्हें आने का न्योता दिया था। पार्टी नेतृत्व अभी भी सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार है। मैंने उन्हें अवसर को जब्त करने की सलाह दी है।'' पी चिदंबरम ने बुधवार (15 जुलाई) को भी सचिन पायलट से बात की थी।