दिल्ली विधान सभा चुनाव: कांग्रेस के पूर्व विधायक के बाद अब पूर्व प्रदेश अध्यक्ष होंगे आम आदमी पार्टी में शामिल
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 11, 2020 01:45 PM2020-01-11T13:45:23+5:302020-01-11T13:45:23+5:30
इससे पहले दिल्ली के मटिया महल विधानसभा से पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता शोएब इकबाल ने गुरुवार को आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया था।
दिल्ली यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष जगदीश यादव सीएम अरविंद केजरीवाल और सांसद सुशील गुप्ता की मौजूदगी में AAP में शामिल हुए। वह आखिरी बार आईएनसी दिल्ली मेनिफेस्टो कमेटी और चुनाव समिति में सेवारत थे। उन्होंने 2015 में दिल्ली विधानसभा का चुनाव रिठाला सीट से लड़ा था।
आपको बता दें कि इससे पहले दिल्ली के मटिया महल विधानसभा से पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता शोएब इकबाल ने गुरुवार को आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया था। उन्होंने सीएम अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में AAP की सदस्यता ग्रहण की थीं। शोएब इकबाल के साथ कांग्रेस पार्टी के दो पार्षद भी आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं।
Former Delhi Youth Congress President Jagdish Yadav joins AAP in the presence of CM Arvind Kejriwal and MP Sushil Gupta. He was last serving on the INC Delhi Manifesto Committee and Election Committee. He had contested Delhi assembly election in 2015 from Rithala constituency. pic.twitter.com/JGseVbGhFd
— ANI (@ANI) January 11, 2020
बता दें कि दिल्ली में आठ फरवरी को होने जा रहे विधानसभा चुनाव में 1.46 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। सोमवार को प्रकाशित अंतिम मतदाता सूची से यह जानकारी मिली।
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) रणबीर सिंह ने बताया कि अंतिम मतदाता सूची में यहां कुल 1,46,92,136 मतदाता हैं, जिनमें 80,55,686 पुरूष और 66,35,635 लाख महिलाएं तथा 815 तृतीय लिंग के मतदाता शामिल हैं। उन्होंने बताया कि सभी मतदाताओं को क्यूआर कोड वाली मतदाता पर्ची मुहैया की जाएगी, जो आसानी से उनकी पहचान के जरिए मतदान में तेजी लाएगा।
चुनाव आयोग ने दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव आठ फरवरी को कराए जाने और चुनाव नतीजे 11 फरवरी को घोषित किए जाने की सोमवार को घोषणा की। सीईओ ने कहा कि दिल्ली में 11.55 लाख से अधिक मतदाता ‘एएसडी’ (अनुपस्थित, दूसरी जगह जा चुके, मृत) श्रेणी के तहत आते हैं। उन्होंने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के तहत आने वाले शरणार्थियों के मतदाता सूची में इस बार पंजीकरण के बारे में कोई निर्देश नहीं है।