नई दिल्ली/चेन्नई/हैदराबादः तमिलनाडु और तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि हमारे राज्य में 31 मई तक ट्रेन और हवाई सेवा न शुरू हो।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने कहा कि जैसा कि चेन्नई में पॉजिटिव मामले बढ़ रहे हैं, तमिलनाडु में 31 मई तक ट्रेन सेवा की अनुमति न दी जाए। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि 31 मई तक नियमित हवाई सेवा शुरू न करें।
तमिलनाडु में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया कि वे 31 मई तक राज्य में ट्रेन और हवाई सेवाएं शुरू ना करें। सरकार की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री की वीडियो कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने उक्त अनुरोध किया।
गौरतलब है कि तमिलनाडु में अभी तक 7,000 से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। पलानीस्वामी ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा, ‘‘हमें मीडिया के जरिए पता चला है कि चेन्नई-दिल्ली-चेन्नई ट्रेनों की आवाजाही 12 मई से शुरू होगी। चूंकि चेन्नई में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि हो रही है, ऐसे में मेरे राज्य में 31 मई, 2020 तक ट्रेन सेवा शुरू करने की अनुमति ना दें।’’
उन्होने कहा, ‘‘मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि 31 मई, 2020 तक सामान्य हवाई यातायात भी बहाल ना करें।’’ गौरतलब है कि भारतीय रेल कोविड-19 लॉकडाउन के कारण करीब 50 दिन तक यात्री सेवाएं बंद रखने के बाद कल से चुनिंदा मार्गों पर 15 जोड़ी ट्रेनें (अप-एंड-डाउन मिलाकर 30 ट्रेनें) चलायेगी और इन विशेष ट्रेनों में सिर्फ वातानुकुलित श्रेणी (एसी-1, एसी-2 और एसी-3) के डिब्बे होंगे, किराया सामान्य राजधानी ट्रेन के अनुरूप होगा।
यात्री ट्रेन सेवाओं की बहाली से वायरस फैलने का खतरा बढ़ जाएगा : तृणमूल
कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन लागू करने को लेकर केंद्र सरकार पर ‘‘दोमुंही बात करने’’ का आरोप लगाते हुए तृणमूल कांग्रेस ने यात्री ट्रेन सेवाएं बहाल करने के निर्णय के लिए सोमवार को केंद्र की भाजपा नीत सरकार की कड़ी आलोचना की। भगवा दल की राज्य इकाई ने पलटवार करते हुए कहा कि केंद्र के निर्णय की आलोचना करने का तृणमूल को कोई अधिकार नहीं है क्योंकि क्षेत्रीय दल की सरकार पश्चिम बंगाल में ‘‘कोविड-19 की स्थिति से निपटने में विफल’’ रहा है।
भारतीय रेलवे ने रविवार को घोषणा की थी कि 12 मई से वह धीरे-धीरे यात्री ट्रेन सेवाएं शुरू करेगा और शुरू में 15 जोड़ी रेलगाड़ियां चलाई जाएंगी। मार्च में लॉकडाउन लागू होने के बाद से सभी यात्री ट्रेन सेवाएं स्थगित हैं। इस निर्णय की आलोचना करते हुए तृणमूल के सांसद शांतनु सेन ने कहा कि एक तरफ केंद्र राज्यों में कड़े लॉकडाउन लागू करने पर प्रवचन देता है और दूसरी तरफ प्रतिबंधों में ढील देने के कदम उठाता है।
टीएमसी के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार को दोमुंही बात के कारण बताने चाहिए। यात्री ट्रेन सेवाएं बहाल करने का कदम इसकी दुविधा को दर्शाता है।’’ उनकी बातों से सहमति जताते हुए राज्य के मंत्री और कोलकाता के महापौर फिरहिद हकीम ने दावा किया कि इस निर्णय से कोरोना वायरस के फैलने का खतरा बढ़ जाएगा। बंगाल में कोविड-19 की स्थिति से ठीक तरीके से नहीं निपटने का आरोप लगाते हुए राज्य भाजपा के प्रमुख दिलीप घोष ने कहा कि सत्तारूढ़ दल के नेताओं को इस तरह की टिप्पणी करने से बचना चाहिए क्योंकि वे बाहर फंसे प्रवासी श्रमिकों की समस्याओं का समाधान करने में विफल रहे हैं।
इनपुट भाषा