दिल्ली में कोरोना का कहर! अलका लांबा ने केजरीवाल सरकार को पूरी तरह से फेल बताया, कहा- 'आपसे न हो पाएगा'
By रामदीप मिश्रा | Updated: June 8, 2020 07:16 IST2020-06-08T07:16:09+5:302020-06-08T07:16:09+5:30
दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,282 नए मामले सामने आने के साथ शहर में कोविड-19 के कुल मामले बढ़कर 28,936 हो गए, जबकि यहां इस महामारी से मरने वालों की संख्या 812 पहुंच गई है।

अलका लांबा ने अरविंद केजरीवाल सरकार पर हमला बोला है। (फाइल फोटो)
नई दिल्लीःकोरोना वायरस के प्रकोप को खत्म करने के लिए पांच बार देश को लॉकडाउन करना पड़ा। इसके बाद अब धीरे-धीरे लॉकडाउन खोला जा रहा है। कोरोना का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। लगातार मामले बढ़ते जा रहे हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में करीब 29 हजार संक्रमितों की संख्या पहुंच रही है। इस बीच कांग्रेस की नेता अलका लांबा ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार को फेल बताया है।
अलका लांबा ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'दिल्ली की केजरीवाल सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है... दिल्ली वालों से निवेदन है कि घरों में रह कर अपनी, स्कूल ना भेज कर अपने बच्चों की जान बचा सकते हैं तो बचा लीजिए... कोरोना एक महामारी का रूप ले चुका है, वहीं दोनों सरकारों मदद की बजाए एक दूसरे से लड़ रही हैं।' साथ ही साथ अलका लांबा ने हैश टैग आपसे न हो पाएगा (#AAPseNaHopayega) चलाया है।
'दिल्ली को 'अनलॉक' करने का सही समय नहीं'
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अजय माकन ने कहा कि दिल्ली में कोविड-19 संक्रमण दर का 25 प्रतिशत होना महामारी के सामुदायिक प्रसार की शुरुआत का संकेत है और अभी शहर को 'अनलॉक' करने का सही समय नहीं है। दिल्ली सरकार ने आठ जून से शॉपिंग मॉल, रेस्तराओं तथा राजधानी की उत्तर प्रदेश और हरियाणा से लगती सीमाओं को खोलने का फैसला किया है। यह ‘‘शर्मनाक’’ है कि दिल्ली में कोविड-19 संक्रमण दर देश में सर्वाधिक और लोगों के ठीक होने की दर सबसे कम है। यह दिल्ली के अस्पतालों की हालत खराब होने की वजह से है।
'दिल्ली के लिए केंद्र और राज्य सरकार दोनों जिम्मेदार'
अजय माकन ने आरोप लगाया कि दिल्ली में महामारी की गंभीर होती स्थिति के लिए केंद्र और दिल्ली सरकार दोनों जिम्मेदार हैं। आठ जून से मॉल और रेस्तराओं को खोलना दिल्ली सरकार का जल्दबाजी वाला कदम है और स्वास्थ्य अवसंरचना में सुधार होने तक ऐसा नहीं किया जाना चाहिए। लॉकडाउन प्रतिबंधों को हटाने से पहले दिल्ली सरकार को शहर में स्वास्थ्य अवसंरचना को मजबूत करना चाहिए था।
दिल्ली की केजरीवाल सरकार पूरी तरह से फ़ेल हो चुकी है... दिल्ली वालों से निवेदन है कि घरों में रह कर अपनी, स्कूल ना भेज कर अपने बच्चों की जान बचा सकते हैं तो बचा लीजिए... #कोरोना एक महामारी का रूप ले चुकी है वहीं दोनों सरकारों मदद की बजाए एक दूसरे से लड़ रही हैं.#AAPseNaHopayegapic.twitter.com/kzN61229V8
— Alka Lamba 🇮🇳🙏 (@LambaAlka) June 7, 2020
दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या पहुंची 28 हजार के पार
दरअसल, दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,282 नए मामले सामने आने के साथ शहर में कोविड-19 के कुल मामले बढ़ कर रविवार को 28,936 हो गए, जबकि यहां इस महामारी से मरने वालों की संख्या 812 पहुंच गई है। दिल्ली सरकार द्वारा जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक शहर में कोविड-19 के 17,125 मरीज इलाजरत हैं, जबकि 10,999 लोग या तो संक्रमण मुक्त हो गये हैं, या उन्हें अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है। दिल्ली में शनिवार को संक्रमण के 1,320 नये मामले सामने आए थे। शहर में किसी एक दिन में सर्वाधिक मामले तीन जून को सामने आये थे और यह संख्या 1,513 थी।