रेल भाड़ा विवाद: केंद्र पर तृणमूल का हमला, कहा-मजदूरों को निशुल्क वापस लाया जाए, रेल मंत्रालय किराया क्यों वसूल कर रहा है?
By भाषा | Published: May 4, 2020 05:59 PM2020-05-04T17:59:00+5:302020-05-04T17:59:00+5:30
देश में 17 मई तक लॉकडाउन है। इस बीच केंद्र सरकार ने विशेष ट्रेन चलाकर कई राज्य में फंसे मजदूर और छात्र को राहत दी है। हालांकि टिकट को लेकर विपक्ष ने मोदी सरकार पर हमला बोल दिया है।
कोलकाताः तृणमूल कांग्रेस ने सोमवार को प्रवासी मजदूरों को गृह राज्य वापस लाने के लिए ट्रेन का किराया वसूले जाने की आलोचना करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उनकी निशुल्क यात्रा सुनिश्चित करने की मांग की।
अन्य विपक्षी दल भी मजदूरों से किराया लेने का विरोध कर रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि केंद्र सरकार अपने घर लौटने के इच्छुक मजदूरों को बिना किसी रूकावट उनके गृह स्थान पर पहुंचाना सुनिश्चित करे। ऑनलाइन प्रेसवार्ता में पार्टी के वरिष्ठ नेता दिनेश त्रिवेदी ने कहा, '' मजदूरों को निशुल्क वापस लाया जाना चाहिए। रेल मंत्रालय उनसे किराया क्यों वसूल कर रहा है?
प्रवासी मजदूरों को घर वापस लाने के लिए मुफ्त और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करना केंद्र सरकार का कर्तव्य है।'' वहीं, कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित स्थानों पर स्वास्थ्य दलों को भेजे जाने के केंद्र सरकार के निर्णय का हवाला देते हुए पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि अन्य राज्यों में दो दल भेजे गए जबकि बंगाल में केवल एक दल को भेजा जाना यह साबित करता है कि यहां के हालात अन्य राज्यों के मुकाबले बेहतर हैं। ब्रायन ने कहा, '' हम उम्मीद करते हैं कि अब भाजपा बंगाल के खिलाफ फर्जी खबरें फैलाना बंद कर देगी।''
केन्द्रीय दल ने मुख्य सचिव से कहा, पश्चिम बंगाल में कोविड-19 मृत्यु दर सबसे अधिक
पश्चिम बंगाल के दौरे पर आए अंतर मंत्रालयी केन्द्रीय दल ने कहा है कि कोविड-19 से होने वाली मौतों के मामले में पश्चिम बंगाल में मृत्यु दर देश में सबसे अधिक 12.8 प्रतिशत है। अंतर मंत्रालयी केन्द्रीय दल (आईएमसीटी) के सदस्य अपूर्व चंद्रा ने राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा को अपनी टिप्पणी में कहा कि देश में कोविड-19 मृत्यु दर पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक 12.8 प्रतिशत है।
दिल्ली लौटने से पहले उन्होंने यह पत्र सिन्हा को लिखा। चंद्रा ने पत्र में कहा, ‘‘ यह उच्च मृत्यु दर जांच में कमी अैर कमजोर निगरानी को दर्शाती है।’’ चंद्रा ने कहा कि मेडिकल बुलेटिन में राज्य द्वारा बताए गए कोविड-19 के मामलों और केन्द्र सरकार को दी गई जानकारी में अंतर है। चंद्रा के नेतृत्व में दल दो सप्ताह शहर में बिताने के बाद राष्ट्रीय राजधानी लौट चुका है।
पश्चिम बंगाल में एकल शराब दुकानों को मिली खुलने की इजाजत
पश्चिम बंगाल सरकार ने ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोन में सोमवार से शराब की एकल दुकानों को खोलने की इजाजत दी, लेकिन निरुद्ध क्षेत्रों (कंटेनमेंट जोन) में ऐसी अनुमति नहीं दी । इस संबंध में सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश के अनुसार विदेशी, आईएमएफएल और देशी शराब बेचने वाली ‘ऑफ’ श्रेणी वाली दुकानें ही खुलेंगी लेकिन ‘ऑन’ श्रेणी वाली दुकानें बंद रहेंगी।
सरकार ने शॉपिंग परिसरों में स्थित दुकानों को भी खुलने की इजाजत नहीं दी है। बीयर पब, क्लब, रेस्तरां सह बार, होटल रेस्तरां सह बार भी बंद रहेंगे। पहले सरकारी दिशा-निर्देश में दुकानों को पूर्वाह्न दस बजे से शाम छह बजे तक खोलने की इजाजत दी गयी थी लेकिन अब उसका समय घटाकर अपराह्न तीन से छह बजे तक कर दिया गया है।
दिशा-निर्देश के अनुसार मास्क पहनकर आने वालों को ही शराब मिलेगी और वो भी उन्हें एक दूसरे से दूरी बनाकर रखनी होगी। कतार में दो व्यक्तियों के बीच छह फुट की दूरी होनी चाहिए। एक वक्त पर दुकान पर पांच से अधिक ग्राहक नहीं होने चाहिए। कोलकाता और उसके आस-पास शराब की दुकानों पर लाइनें नजर आयीं।