महाराष्ट्र के नांदेड़ से लौटे सिख श्रद्धालुओं को कोरोना, पंजाब ने उद्धव सरकार पर मढ़ा दोष
By स्वाति सिंह | Published: May 2, 2020 09:37 AM2020-05-02T09:37:29+5:302020-05-02T09:42:00+5:30
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने महाराष्ट्र के नांदेड़ के श्री हजूर साहिब से तीर्थयात्रियों की वापसी में कुप्रबंध के लिये पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह से सिख समुदाय से माफी मांगने और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त करने की शुक्रवार को मांग की
चंडीगढ़: पंजाब में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजो की संख्या लगातर बढ़ती जा रही है। दरअसल, राज्य में महाराष्ट के नांदेड़ से लौटे सिख श्रद्धालुओं में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं। ऐसे में इन्हें लेकर महाराष्ट्र और पंजाब के बीच सियासी जंग तेज हो गई है। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने महाराष्ट्र सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने श्रद्धालुओं की कोई मदद नहीं की।
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने उद्धव ठाकरे सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि राज्य सरकार ने नांदेड़ के गुरुद्वारे में फंसे श्रद्धालुओं का कोरोना टेस्ट नहीं कराया, जिसकी वजह से श्रद्धालुओं के वापस आने पर संक्रमण के मामले तेजी से सामने आए हैं। महाराष्ट्र सरकार के निरीक्षण में थे, केंद्र के दिशानिर्देशों को लागू करना उनका कर्तव्य था। उनके नमूने और परीक्षण वहां किए जाने चाहिए थे।उन्होंने कहा कि हम श्रद्धालुओं को अलग-अलग बसों में लेकर यहां लाए हैं।
शिरोमणि अकाली दल ने पंजाब सरकार पर नांदेड़ तीर्थयात्रियों के कुप्रबंधन का आरोप लगाया
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने महाराष्ट्र के नांदेड़ के श्री हजूर साहिब से तीर्थयात्रियों की वापसी में कुप्रबंध के लिये पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह से सिख समुदाय से माफी मांगने और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त करने की शुक्रवार को मांग की। शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि मुख्यमंत्री संकट की इस घड़ी में आवश्यक नेतृत्व प्रदान करने में नाकाम रहे और वापसी अभियान को चौपट कर दिया।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये जरूरी कदम उठाने में नाकाम रहे स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू को तुरंत बर्खास्त करना चाहिए और इस कुप्रंबधन के लिये सिख समुदाय से माफी मांगनी चाहिये। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने तीर्थयात्रियों को वापस लाते समय सामाजिक मेलजोल से दूरी का पालन नहीं किया। पंजाब में कोविड-19 संक्रमण के मामलों में बीते दो दिन में तेजी से इजाफा हुआ है। नांदेड़ से लौटे कई तीर्थयात्री कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गये हैं।
केंद्र के भेदभाव पर पंजाब में कांग्रेस, भाजपा आमने-सामने
पंजाब के कांग्रेस नेताओं ने शुक्रवार को कोविड-19 संकट से निपटने के लिए आर्थिक सहायता देने में राज्य के साथ केंद्र के कथित भेदभाव के खिलाफ विरोध जताने के लिए अपने घरों की छतों पर तिरंगा फहराया। कांग्रेस के प्रदर्शन के जवाब में भाजपा की पंजाब इकाई के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी राज्य सरकार पर लॉकडाउन के दौरान गरीबों और जरूरतमंदों को अनाज वितरण नहीं करने का आरोप लगाते हुए उपवास रखा। दूसरी ओर शिअद ने सत्तारूढ़ पंजाब कांग्रेस को पक्षपातपूर्ण और राजनीतिक उद्देश्यों के लिए राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग करने के लिए निंदा की।
पंजाब में कोरोना वायरस के 105 नये मामले आये सामने , कुल मामले हुए 585
पंजाब में शुक्रवार को ज्यादातर श्रद्धालुओं समेत 105 और लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के साथ ही राज्य में इस महामारी के मामले बढ़कर 585 हो गये। राज्य में लगातार दूसरे दिन कोरोना वायरस के 100 से अधिक सत्यापित मामले सामने आये। मेडिकल बुलेटिन के अनुसार राज्य में फिलहाल इस बीमारी के 457 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले 48 अमृतसर से सामने आये। जालंधर में 16, फिरोजपुर में 15, लुधियाना में 13, मोहाली में छह, फजिल्का में चार तथा फतेहागढ साहिब, पटियाला और मोगा में एक एक मामले सामने आये। शुक्रवार को जो 105 नय मामले सामने आये उनमें से 91 महाराष्ट्र के नांदेड़ से लौटकर पंजाब आये लोग हैं।
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने लोगों से कोविड-19 मामलों में अचानक वृद्धि से चिंतिंत नहीं होने का आह्वान किया और कहा कि ज्यादातर नये मामले अन्य राज्य से आये लोगों से जुड़े है। बुलेटिन के अनुसार कोविड-19 के 585 मामलों में से 20 मरीजों की मौत हो गयी जबकि 108 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। राज्य में अबतक 23,176 नमूने लिये जा चुके हैं। उनमें से 18222 से संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई तथा 4,369 की रिपोर्ट की प्रतीक्षा है।