बागी G-23 नेताओं पर कांग्रेस का भरोसा, अधीर रंजन चौधरी बने रहेंगे नेता लोकसभा

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: July 18, 2021 14:15 IST2021-07-18T14:08:39+5:302021-07-18T14:15:45+5:30

मानसून सत्र में कांग्रेस, मोदी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों और कोरोना की दूसरी लहर के दौरान सरकार की लापरवाही पार्टी के एजेंडे में शामिल

Congress trusts G-23 leaders, nominates in LS, RS committees | बागी G-23 नेताओं पर कांग्रेस का भरोसा, अधीर रंजन चौधरी बने रहेंगे नेता लोकसभा

मानसून सत्र में सरकार पर हमलावर रहेगा विपक्ष

Highlightsमानसून सत्र में सरकार को घेरने की तैयारी में कांग्रेसअधीर रंजन चौधरी का पद बरकरार, समिति में थरूर को भी दी जगहमानसून सत्र में महंगाई, टीकाकरण पर तकरार के आसार

संसद के मानसून सत्र से पहले कांग्रेस ने अपनी संसदीय कमिटियों में बदलाव किया हैं। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस के बागी नेताओं के गुट 'G-23' से भी कई सांसदों को इसमें जगह दी हैं। 

G-23 में शामिल रहे शशि थरूर और मनीष तिवारी को कांग्रेस ने अपनी लोक सभा समिति का सदस्य बनाया हैं। सोनिया गांधी ने अधीर रंजन चौधरी को लोक सभा में कांग्रेस के नेता के तौर पर बरकरार रखा हैं, जबकि पार्टी के उप नेता असम से संबंध रखने वाले गौरव गोगोई ही रहेंगे। इस फैसले के बाद पिछले कुछ समय से चौधरी को हटाएं जाने की खबरों पर विराम लग गया हैं। के सुरेश लोक सभा में पार्टी के चीफ व्हिप बने रहेंगे जबकि रवनीत सिंह बिट्टू और मणिकम टैगोर भी पार्टी व्हिप के तौर पर लोक सभा में कांग्रेस की सात सदस्यीय समिति में शामिल रहेंगे।

राज्य सभा में मल्लिकार्जुन खड़गे ही पार्टी के नेता रहेंगे इसके अलावा G-23 गुट में शामिल आनंद शर्मा को दोबारा पार्टी का उप नेता नियुक्त किया गया हैं। जयराम रमेश राज्य सभा में पार्टी के चीफ व्हिप होंगे जबकि अंबिका सोनी, पी चिदंबरम, दिग्विजय सिंह और केसी वेणुगोपाल कांग्रेस की राज्य सभा समिति में शामिल होंगे।

इन कमिटियों के एलान के बाद सोनिया गांधी ने कहा कि संसद सत्र के दौरान यह समितियां रोज बैठक करेंगी, सत्र के अलावा भी इन समूहों की बैठकें आयोजित की जा सकती हैं। लोक सभा और राज्य सभा समितियों की संयुक्त बैठक बुलाने के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे को संयोजक चुना गया हैं।

मानसून सत्र में कांग्रेस, मोदी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों और कोरोना की दूसरी लहर के दौरान सरकार की लापरवाही कांग्रेस के एजेंडे में शामिल हैं। इसके अलवा टीकाकरण की धीमी रफ्तार और हाल में फ्रांस सरकार द्वारा राफेल मामले की जांच शुरू किए जाने को भी कांग्रेस मुद्दा बनाना चाहती हैं।

Web Title: Congress trusts G-23 leaders, nominates in LS, RS committees

राजनीति से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे