भ्रष्टाचार पर भिड़े कांग्रेस-टीएमसी विधायक, मंत्री अपना आपा खो बैठे, सीएम ममता ने किया हस्तक्षेप
By भाषा | Published: September 6, 2019 05:12 PM2019-09-06T17:12:58+5:302019-09-06T17:12:58+5:30
प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस और टीएमसी विधायकों ने अध्यक्ष के आसन के पास आकर एक-दूसरे के खिलाफ तीखी बयानबाजी की जिसकी वजह से सदन में हंगामा हो गया। राज्य के परिवहन मंत्री सुवेंदु अधिकारी के एक बयान को लेकर कांग्रेसी विधायक नाराज थे।
पश्चिम बंगाल विधानसभा में प्रश्न काल के दौरान एक राज्य मंत्री के बयान के बाद सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के विधायकों और विपक्षी कांग्रेस के सदस्यों में जारी तीखी नोकझोंक को शांत कराने के लिये मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हस्तक्षेप करना पड़ा।
प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस और टीएमसी विधायकों ने अध्यक्ष के आसन के पास आकर एक-दूसरे के खिलाफ तीखी बयानबाजी की जिसकी वजह से सदन में हंगामा हो गया। राज्य के परिवहन मंत्री सुवेंदु अधिकारी के एक बयान को लेकर कांग्रेसी विधायक नाराज थे।
कांग्रेस विधायक प्रतिम रजक ने अधिकारी से राज्य परिवहन निगम में चालकों और परिचालकों की भर्ती के दौरान हुए कथित भ्रष्टाचार पर जब सवाल पूछा तो मंत्री अपना आपा खो बैठे और उन्होंने कांग्रेस विधायक से कहा कि या तो आरोप साबित करें या फिर सदन में माफी मांगें।
अधिकारी, कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले मुर्शिदाबाद में टीएमसी के जिला पर्यवेक्षक भी हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में मुर्शिदाबाद से बाकी बचे कांग्रेस विधायक भी टीएमसी में शामिल हो जाएंगे और राज्य में 2021 के विधानसभा चुनावों में जिले से कोई भी कांग्रेसी विधायक नहीं होगा।
मंत्री के इस बयान से कांग्रेसी विधायक नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि न तो उनके पास किसी विधायक से माफी के लिये कहने का अधिकार है न ही वह ऐसी “असंसदीय” भाषा का इस्तेमाल कर सकते हैं कि सभी कांग्रेसी विधायक आने वाले दिनों में टीएमसी में शामिल होंगे।
कांग्रेस सदस्य इस पर अध्यक्ष के आसन के पास आ गए। इस दौरान विरोध जताने के लिये मुर्शिदाबाद जिले की भरतपुर विधानसभा सीट से पार्टी विधायक कमलेश चटर्जी अधिकारी की सीट की तरफ जाने लगे। यह देख सत्ताधारी विधायक भी अध्यक्ष के आसन की तरफ आने लगे।
इस दौरान सदन में मौजूद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अध्यक्ष के आसन के पास आईं और सत्ताधारी तथा कांग्रेस विधायकों को शांत कराया। इसके बाद स्थिति नियंत्रण में आई। उन्होंने अध्यक्ष के आसन के समक्ष आने के लिये पार्टी विधायकों को फटकार लगाई और कांग्रेस विधायकों से भी वापस अपनी सीट पर जाने का अनुरोध किया। बाद में विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने विधायकों और मंत्रियों से प्रश्नकाल के दौरान ज्यादा सावधान रहने को कहा।