कोरोना वायरस को लेकर समूचे देश में कोहराम मचा हुआ है। इसको लेकर प्रभाव को कम करने के लिए रविवार (22 मार्च) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'जनता कर्फ्यू' बुलाया, जिसका खासा असर देखा गया और पूरे देश की सड़कों, बाजारों, बस स्टैंडों पर सन्नाटा पसर गया। इस बीच कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला बोला है।
कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए कहा, 'नोटबंदी ने भारतीय अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी थी। इस कोरोना महामारी से उस टूटी हुई कमर पर दोहरा वार किया है। अर्थव्यवस्था को गर्त में जाने से बचाने के लिए जरूरी है- वित्तीय मदद और सामाजिक सुरक्षा के उपाय।'
वहीं, सोनिया गांधी ने अपने बयान में कहा, 'नोटबंदी के बाद कमजोर भारतीय अर्थव्यवस्था की गति को COVID-19 से भारी झटका लगा है। सरकार को सभी वर्गों के लिए सीधे नगद वित्तीय मदद सहित व्यापक सामाजिक सुरक्षा के उपाय करने होंगे।'
इधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के कोरोना वायरस से महाराष्ट्र में दूसरे मरीज की मौत की पुष्टि करने के साथ रविवार को भारत में इस संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या पांच हो गई। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि रविवार को मुंबई में कोरोना वायरस के 63 वर्षीय मरीज की मौत हो गई। इसके साथ ही महाराष्ट्र में इस संक्रामक रोग से दो लोगों की मौत हो चुकी है। इस व्यक्ति को शनिवार को यहां एच एन रिलायंस अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इसमें कहा गया कि बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने एक बयान में बताया कि मरीज को पहले से ही मधुमेह, उच्च रक्तचाप और दिल की बीमारी थी। उसे सांस लेने में दिक्कत होने लगी थी जिससे उसकी मौत हो गई। दिल्ली, कर्नाटक, पंजाब में अब तक एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।
मंत्रालय ने बताया कि देश के विभिन्न हिस्सों से नए मामले सामने आने के बाद रविवार को कोविड-19 के मामले बढ़कर 324 हो गए। मंत्रालय ने बताया कि भारत में कोविड-19 से अब 295 लोग संक्रमित हैं। 24 अन्य लोग स्वस्थ हो गए या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई या वे कहीं और चले गए। संक्रमित 324 लोगों में 41 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।