Rajya Sabha Election 2020: कर्नाटक से कांग्रेस प्रत्याशी होंगे मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी ने मुहर लगाई
By सतीश कुमार सिंह | Published: June 5, 2020 02:34 PM2020-06-05T14:34:01+5:302020-06-05T14:40:38+5:30
कांग्रेस के 68 विधायक हैं और वह एक सीट पर आसानी से जीत हासिल कर सकती है। पार्टी के कई नेता दौड़ में थे।
नई दिल्लीः कांग्रेस ने कर्नाटक में राज्यसभा प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। पार्टी अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना उम्मीदवार बनाया है। कर्नाटक में राज्यसभा की चार सीटों पर मतदान होना है। चुनाव आयोग के अनुसार मतदान 19 जून को है। भाजपा दो सीट जीत सकती है।
कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को कर्नाटक से राज्यसभा चुनाव के लिए शुक्रवार के अपना उम्मीदवार घोषित किया। पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक की ओर से जारी बयान के मुताबिक कांग्रेस पार्टी अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उम्मीदवारी के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री खड़गे के नाम को स्वीकृति प्रदान की।
खड़गे पिछली लोकसभा में कांग्रेस के सदन में नेता थे। वह 2019 में लोकसभा चुनाव हार गए थे। कर्नाटक में राज्यसभा की चार सीटों के लिए 19 जून को चुनाव होना है। कांग्रेस के दो मौजूदा राज्यसभा सदस्यों एमवी राजीव गौड़ा और बीके हरिप्रसाद का कार्यकाल इस महीने के आखिर में पूरा हो रहा है।
राज्य विधानसभा के मौजूदा संख्या बल के आधार पर कांग्रेस को चार में से सिर्फ एक सीट मिलती दिख रही हैं। भाजपा के खाते में दो सीटें जाना तय माना जा रहा है। ऐसे में चौथी सीट के लिए चुनाव की संभावना है। अगर कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) साझा उम्मीदवार खड़ा करते हैं तो चौथी सीटें उनके खाते में आ सकती है।
कांग्रेस के 68 विधायक हैं और वह एक सीट पर आसानी से जीत हासिल कर सकती है। पूर्व केंद्रीय मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे जहां दौड़ में सबसे आगे चल रहे थे, वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली और के. एच. मुनियप्पा सहित कई नेता दावेदार थे।
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कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा घोषित आर्थिक पैकेज को कठोर आघात बताते हुए सरकार से आग्रह किया कि बैंकों को कर्ज नहीं चुका पाने वाले किसानों के खिलाफ दिवाला शोधन प्रक्रिया शुरू नहीं करने का निर्देश दिया जाए। खड़गे ने कहा कि सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि किसान स्थानीय साहूकारों के चंगुल में नहीं फंसें क्योंकि बैंक उन्हें नया ऋण देने में संकोच कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि कृषि सुधार के नाम पर सरकार निजी व्यापारियों को कृषि उत्पाद तथा मवेशी बाजार समितियों में आने की अनुमति खुशी से दे रही है। उन्होंने एक बयान में यह भी कहा कि कृषि सुधार के नाम पर सरकार चाहती है कि उद्योगपति किसानों की जमीन बेचें और खरीदें। खड़गे ने कहा, ‘‘अगर सरकार यह घोषणा कर सकती है कि कोरोना वायरस से प्रभावित उद्योगों के खिलाफ दिवाला शोधन प्रक्रिया शुरू नहीं की जाएगी तो उसे बैंकों को किसानों के कर्ज को भी इसी तरह देखने का निर्देश देना चाहिए।’’
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि लॉकडाउन को 60 दिन हो गये हैं और भारतीय अर्थव्यवस्था का हर क्षेत्र गंभीर संकट में है। उन्होंने कहा कि हमें क्षेत्रवार योजना बनाने की जरूरत है। खड़गे ने कहा, ‘‘लेकिन पिछले सप्ताह सरकार द्वारा घोषित कदमों से स्पष्ट है कि या तो उसे संकट का भान नहीं है या उसने अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए इस पर ध्यान देने से ही साफ इनकार कर दिया है।’’
इनपुट भाषा