31 जुलाई से विधानसभा सत्रः मुख्यमंत्री गहलोत के बाद विधानसभा अध्यक्ष जोशी ने राज्यपाल से मुलाकात की
By धीरेंद्र जैन | Updated: July 29, 2020 19:48 IST2020-07-29T19:48:39+5:302020-07-29T19:48:39+5:30
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक बार फिर राज्यपाल से मिलने पहुंचे। दोनों की मुलाकात लगभग 15 मिनट चली। उल्लेखनीय है कि राज्यपाल ने दूसरी बार अर्जी लौटाते वक्त शर्त रखी थी कि सत्र बुलाने के लिए 21 दिन का नोटिस दिया जाना चाहिए।

मोदी जी आप प्रधानमंत्री इसलिए बन पाए, क्योंकि कांग्रेस ने लोकतंत्र की जड़ें मजबूत कीं। (photo-ani)
जयपुरः राजस्थान में सियासी उठापटक के बीच प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र ने विधानसभा का सत्र 31 जुलाई से बुलाने गहलोत कैबिनेट की अर्जी लगातार तीसरी बार अस्वीकार कर लौटा दी।
इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक बार फिर राज्यपाल से मिलने पहुंचे। दोनों की मुलाकात लगभग 15 मिनट चली। उल्लेखनीय है कि राज्यपाल ने दूसरी बार अर्जी लौटाते वक्त शर्त रखी थी कि सत्र बुलाने के लिए 21 दिन का नोटिस दिया जाना चाहिए।
सरकार ने राज्यपाल की आपत्तियों के जवाब के साथ मंगलवार को तीसरी बार प्रस्ताव भेजते हुए राज्यपाल की शर्त और सवाल को दरकिनार करते हुए वहीं प्रस्ताव फिर से भेजा था। राज्यपाल की आपत्तियों वाली चिट्ठी पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजभवन जाने से पहले कहा कि प्रेम पत्र तो पहले ही आ चुका है, अब मिलकर पूछूंगा कि क्या चाहते हैं?
नोटिस की शर्त को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि 21 दिन हों या 31 दिन, जीत हमारी होगी। 70 साल में पहली बार किसी गवर्नर ने इस तरह के सवाल किए हैं। आप समझ सकते हैं कि देश किधर जा रहा है? राजभवन जाने से पहले उन्होंने ये भी कहा था कि सरकार गिराने की साजिश की जा रही है ,लेकिन हम मजबूत हैं। जिन्होंने धोखा दिया, वे चाहें तो पार्टी में लौटकर आ जाएं और सोनिया गांधी से माफी मांग लें। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मोदी जी आप प्रधानमंत्री इसलिए बन पाए, क्योंकि कांग्रेस ने लोकतंत्र की जड़ें मजबूत कीं।
विधानसभा अध्यक्ष जोशी ने राज्यपाल से मुलाकात की
राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान के बीच राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ सी पी जोशी ने बुधवार शाम राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की। राजभवन के प्रवक्ता के अनुसार राज्यपाल मिश्र ने डा. जोशी को उनके जन्म दिवस की बधाई दी और स्वस्थ व सुदीर्घ जीवन के लिए शुभकामनाएं देते हुए भगवद् गीता की प्रति भेंट की।
वहीं जोशी ने राज्यपाल को श्री नाथजी का दुपट्टा ओढ़ाकर प्रसाद भेंट किया। उल्लेखनीय है कि विधानसभा सत्र बुलाए जाने को लेकर राजभवन व राज्य सरकार के बीच गतिरोध बना हुआ है। राज्यपाल सरकार के प्रस्ताव को कुछ बिंदुओं के साथ तीसरी बार लौटा चुके हैं। इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी राजभवन पहुंचकर राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की थी।
Rajasthan: Assembly Speaker CP Joshi meets Governor Kalraj Mishra at Raj Bhavan. pic.twitter.com/gsuQMFnoTK
— ANI (@ANI) July 29, 2020